बदायूं: ढाबा मालिक से जुड़े मामले में पुलिस ने लगाई एफआर, एसएसपी ने दिया दोबारा जांच का आदेश
बदायूं, अमृत विचार। मुरादाबाद-फर्रुखाबाद राजमार्ग पर सिविल लाइन क्षेत्र के गांव सिलहरी के पास ढाबे पर 18 जून को बिजली के तार गिर गए थे। हादसे में ट्रक चालक और परिचालक की मौत हो गई थी। खुद को बचाने को ढाबा मालिक ने दोनों के शव ढाबे के बाहर ट्रांसफार्मर के नीचे रखवाकर कहा कि ट्रांसफार्मर में फाल्ट से उन दोनों की मौत हुई थी। बिजली विभाग के अधिकारियों ने ट्रांसफार्मर में फाल्ट की बात झूठी बताई। पुलिस ने ढाबा मालिक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी लेकिन पुलिस ने इस मामले में एफआर लगा दी। एसएसपी ने दोबारा जांच शुरू कराई है।
थाना अलापुर क्षेत्र के गांव बमनी निवासी विनोद ने पुलिस को बताया कि 18 जून की रात उनका भाई प्रमोद और गांव दारानगर निवासी गुड्डू ट्रक लेकर मुरादाबाद के कांठ जा रहे थे। सिविल लाइन क्षेत्र के गांव सिलहरी के पटियाली ढाबा पर खाना खा रहे थे। बर्तन गंदे होने और गुणवत्ता खराब होने पर ढाबा मालिक वीरेंद्र और अन्य कर्मचारियों से विवाद हो गया था। विरोध करने पर उन्होंने दोनों के साथ मारपीट की थी। ढाबे में लोहे के एंगिल पर फेंका और करंट दौड़ा दिया। जिससे प्रमोद और गुड्डू की मौत हो गई थी।
ढाबा मालिक और कर्मचारियों ने पुलिस को भी गुमराह किया। फाल्ट होने से मौत की अफवाह फैलाई। बिजली विभाग की जांच में फाल्ट की बात गलत निकली थी। पुलिस ने ढाबा मालिक वीरेंद्र समेत छह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिस ने साक्ष्यों का अभाव बताते हुए इस मामले में एफआर लगाई थी। परिजनों ने पुलिस पर सांठगांठ करने का आरोप लगाया। जिसके चलते दोबारा जांच कराई जा रही है। एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि सीओ सिटी आलोक मिश्रा मामले की जांच करेंगे। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।