यारों की यारी देती है लंबी और खुशनुमा लाइफ, WHO की रिसर्च में हुआ साबित
लखनऊ, अमृत विचारः यारा ओ यारा मिलना तुम्हारा जाने क्या रंग लाएगा...ये गाना तो सुना ही होगा। पर क्या आप जानते हैं कि आप के ये यार ही आपकी लाइफ से हेल्दी और स्वस्थ्य रखने में मदद भी कर सकते हैं। जी हां ऐसा सिर्फ हम नहीं कह रहे बल्कि विश्व स्वस्थ्य संगठन का भी यही कहना है।
लोग लाइफ के हर मोड़ पर दोस्त बनाते हैं। कभी स्कूल वाले दोस्त, कॉलेज वाले दोस्त, घर वाले दोस्त, हॉस्टल वाले दोस्त और ऑफिस वाले दोस्त। जीवन में दोस्ती एक तोहफा है। जिसे संजो कर रखना जरूरी होता है। लोग अपनी बिजी लाइफ के चक्कर में कई इन दोस्तों का साथ छोड़ देते हैं। और आगे चलकर उनकी लाइफ एक वीराने से घर जैसी हो जाती है। जो दिखने में भले ही बड़ा हो पर वहां कोई रहता नहीं है। जहां कोई उत्साह और उल्लास ही नहीं होता है।
दोस्तों से आपकी सोशल लाइफ और पर्सनल लाइफ अच्छी हो जाती है। इसके साथ ही दोस्तों की वजह से लोगों को अपनी लाइफ में लंबी उम्र का तोहफा भी मिल सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हालंही में कहा है कि दोस्त होने से इंसानों में कई तरह की बीमारियां ऐसे ही गायब हो जाती है। दोस्तों की वजह से इंसानो में अकेलेपन और सामाजिक उपेक्षा संबंधी हेल्थ रिस्क कम हो जाती हैं। खासकर युवा वर्ग में जहां आईसोलेशन से लड़ने के लिए दोस्तों का होना बहुत जरूरी है। आज के समय में सबसे ज्यादा युवा वर्ग ही अकेलेपन, डिप्रेशन और एंजाइटी जैसी बीमारियों का शिकार हो रहा है। दोस्तों के होने से न सिर्फ आप अपनी बात खुलकर कह सकेंगे बल्कि आपको स्वास्थ्य संबंधी फायदे, लंबी उम्र मिल सकती है।
रिसर्च- दोस्तों का होना बहुत जरूरी
अगर लाइफ को लंबा, स्वस्थ्य और खुशनुमा बनाना है तो दोस्त नामक दावाई को साथ रखना शुरू कर दो। रिसर्च के अनुसार दोस्त नामक इस मंत्र लाइफ हमेशा खुशहाल रहेगी। कहा जाता है कि सभी लोग दोस्ती और सहयोग की भावना अपने परिवार से सीखते हैं। लाइफ में सबसे पहले दोस्त माता-पिता होते हैं। इसके बाद जब कोई बच्चा बाहर निकलता है तो कई दोस्त बनाता है। जिसमें वह अपनी जैसी क्वालिटी या सिमिलैरिटी ढूंढने की कोशिश करता है। लाइफ में कई दोस्त लंबे समय तक हमारे साथ रहते हैं तो कुछ समय के साथ बिछड़ जाते हैं, लेकिन हमे यह हमेशा यह याद रखना चाहिए कि जो दोस्त समय के साथ बिछड़ गए हैं, उनके साथ गुजरी यादों का अच्छा-खासा अनुभव आपको खुश रखता है। लाइफ में हमें हमेशा अच्छी यादों को बनाने की कोशिश करनी चाहिए। निगेटिव यादों को भूल जाना चाहिए। दोस्त जीवन में एक हौसले, स्थायित्व, सलाह और सहारे की तरह होते हैं, जो हर मोड़ हमारा साथ देते हैं। हमारे लिए खड़े रहते हैं।
दोस्त ना होने से होता है अकेलापन
दोस्त होने से न सिर्फ आपका अकेलापन दूर हो जाता है बल्कि कई ऐसी प्रॉब्लम भी हम दोस्तों से शेयर कर लेते हैं जो माता-पिता से कहने से हिचकिचाते हैं। दोस्तों के साथ एक अलग ही बॉन्डिंग जो जाती है। कुछ दोस्त तो परिवार की तरह हो जाते हैं। जिनसे आप अपने हर सुख दुख शेयर करते हैं। दोस्त होने से एक ऐसा माहौल बनता है जहां आपको कोई जज करने वाला नहीं होता है। दोस्त के साथ हम कई मेमोरीज बनते हैं। दोस्त खुशी का समया हो या कोई कठिन समय हमेशा आपके साथ रहता है। कभी असफल होने पर आपका दुख भी बांटते हैं। आपका हौसला बनता है।
लाइफ में अकेलापन, कम सोशल होने की वजह से कई तरह की मानसिक बीमारियां इंसान को घेर लेती हैं। जिसे दोस्त और उनकी दोस्ती दूर कर सकती है। अकेलेपन और कम सामाजिक दायरा होने की वजह से स्ट्रोक, डिमेंशिया, तनाव, एंजाइटी, स्ट्रेस जैसी कई सारी बीमारियां शरीर को अपना शिकार बना लेती हैं। ऐसे में कई बार लोगों के मन में कई गलत तहर के विचार भी उत्पन्न होने लगते हैं। कई बार वे खुद के साथ कुछ गलत भी कर देता हैं। वहीं ऐसे लोग दिल संबंधी खतरों की जद में भी जल्दी आ जाते हैं। जिन लोगों के दोस्त होते हैं, वे खुशहाल और स्वस्थ जिंदगी जीते हैं और उनकी उम्र भी लंबी हो जाती है।
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