Banda: हिंदू संगठनों के लोगों को पीटने पर थानाध्यक्ष समेत तीन लाइन हाजिर, सीओ सदर करेंगे जांच

तिंदवारी थाना प्रभारी और पुलिस कर्मियों पर अभद्रता व मारपीट का आरोप, कार्यकर्ताओं ने एसपी आवास का किया घेराव

Banda: हिंदू संगठनों के लोगों को पीटने पर थानाध्यक्ष समेत तीन लाइन हाजिर, सीओ सदर करेंगे जांच

बांदा, अमृत विचार। तिंदवारी थाना क्षेत्र में युवती को भगाने के आरोपी मुस्लिम युवक पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर थाने पहुंचे विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं से थाना प्रभारी ने मारपीट और अभद्रता कर दी। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक आवास में प्रदर्शन कर कार्यवाही की मांग की। पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी और दो पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर करके सीओ सदर को पूरे प्रकरण की जांच सौंप दी है।

बता दें कि 22 जुलाई को तिंदवारी थानाक्षेत्र के एक गांव से 13 वर्षीय किशोरी लापता हो गई थी। पुलिस ने खोज बीन करते हुए युवती को एक मुस्लिम युवक के साथ बरामद कर लिया था। मुस्लिम युवक द्वारा किशोरी को भगा ले जाने की खबर जब हिंदू संगठनों के लोगों को चली तो वह आरोपी युवक पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर मंगलवार को थाने पहुंच गए और वहां थानाध्यक्ष का घेराव करते हुए अपनी मांग बुलंद करने लगे। 

बताया गया है कि आक्रोशित हिंदू संगठनों के लोगों से थाना पुलिस की कुछ कहासुनी हो गई और पुलिस ने पहले तो कार्यकर्ताओं से अभद्रता की और बाद में पिटाई कर दी। आरोप है कि विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री दीपू दीक्षित और बजरंग दल तिंदवारी के संयोजक केपी प्रजापति की लाठियों से जमकर पिटाई की गई है, जिससे वह दोनों घायल हैं। इतना ही नहीं नाराज थानाध्यक्ष ने हिंदू नेताओं के गले में पड़ा गमछा और रुद्राक्ष की माला भी छीनकर फेंक दी और मोबाइल छीन कर भगा दिया। 

पीड़ितों का कहना है कि घटना को अंजाम देने से पहले पुलिस ने थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे भी बंद कर दिए थे। जब घटना की जानकारी मुख्यालय में मौजूद कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को हुई तो वह जुलूस की शक्ल में देर रात करीब 11 बजे पुलिस अधीक्षक आवास पहुंुच गए और पुलिस प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की। हिंदू संगठनों के लोगों की मांग थी कि थाना प्रभारी समेत सभी पुलिस कर्मियांे को निलंबित किया जाए। 

हालांकि मौके की नजाकत समझते हुए अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र आसपास के कई थानों की फोर्स के साथ एसपी आवास पहुंच गए और आक्रोशित भीड़ को शांत कराने की कोशिश करने लगे, लेकिन बात नहीं बनी। हालांकि मौसम ने पुलिस विभाग का साथ दिया और तभी तेज बारिश शुरू हो गई और भीड़ अपने आप ही तितर बितर हो गई। वहीं सुबह होते ही एक बार फिर से पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग को हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता रामलीला मैदान में एकत्र होने लगे और आंदोलन की रणनीति तैयार करने लगे। 

पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने मामले की गंभीरता को समझते हुए थाना प्रभारी राधाकृष्ण तिवारी समेत दो पुलिस कर्मियों को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया और पूरे मामले की जांच सीओ सदर को सौंप दी है। बताया है कि दोनों पक्षों की सच्चाई का पता लगाते हुए सीओ सदर 24 घंटे के अंदर मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेंगे और तथ्यों और पीड़ितों की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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