Kanpur: उद्यमियों ने बजट पर वयक्त की राय, बोले- मानसून में ‘पैची रेन’ जैसी ही रहीं बजट की घोषणाएं
कानपुर, अमृत विचार। आम बजट को उद्यमियों ने मानसून में धमाकेदार बरसात की उम्मीद के स्थान पर कहीं बारिश तो कहीं सूखा जैसे असर वाला बताया। मर्चेंट चेंबर ऑफ उत्तर प्रदेश से जुड़े उद्यमियों ने सिविल लाइंस स्थित सभागार में बजट का प्रस्तुतीकरण टीवी पर देखने के बाद घोषणाओं और प्रावधानों की समीक्षा करते हुए कहा कि इस बजट का मिलाजुला असर होगा।
एमएसएमई कमेटी के चेयरमैन सुशील शर्मा ने कहा कि बजट में एमएसएमई सेक्टर के लिए कुछ भी नया नहीं है। जो घोषणाएं की गई हैं वे दूरगामी हैं। हालांकि सीए अतुल मेहरोत्रा ने कहा कि सरकार को टैक्स के रूप में आमदनी भी करनी होती है। उसी आमदनी से ही इंफ्रास्ट्रक्चर को बल मिलता है।
इसलिए यह भविष्य का बजट है। सचिव महेंद्र नाथ मोदी और शेष नारायण त्रिवेदी ने कहा कि बजट में कृषि और टेक्सटाइल के लिए बहुत कुछ है। लेकिन सीधे तौर पर वह दिखाई नहीं दे रहा है। चेंबर के फाइनेंस कमेटी चेयरमैन राजीव मेहरोत्रा ने बताया कि बजट में 5 साल का रोडमैप है।
इकॉनमी को बढ़ाने के लिए कंजप्शन बढ़ेगी। डायरेक्ट टैक्स में कोई बड़ा लाभ नहीं दिया है। मिडिल इनकम सैलरी वालों को बहुत अपेक्षाएं थीं, लेकिन उन्हें खास फर्क नहीं पड़ेगा। इनकम टैक्स जीएसटी अधिकवक्ता व जीएसटी कमेटी के चेयरमैन संतोष कुमार गुप्ता ने बताया कि ये बेहद निराशाजनक बजट है।
सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया, जिससे उद्योग व जीएसटी में कुछ राहत मिली है। इनकम टैक्स में भी कोई बड़ी राहत नहीं दी है। नई टैक्स रिजिम में वेतनभोगी कर्मचारी को 17,500 रुपये की रिलीफ होगी। लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन में टैक्स बढ़ा है।
कहीं खुशी, कहीं गम का माहौल
कोआपरेटिव इस्टेट सभागार, दादा नगर में बजट पर चर्चा के दौरान कारोबारियों ने बजट को मिलाजुल व आम लोगों के लिए लाभ देने वाला बजट बताया। कोआपरेटिव इस्टेट के चेयरमैन विजय कपूर ने बजट को देश व उद्योग के लिए बेहतर बजट बताया। उद्यमियों ने कहा कि इस बजट ने कुछ को बहुत अधिक खुश तो कुछ को निराश किया है। बजट मिलाजुला है। कानपुर की अनदेखी की गई है।
उद्यमियों के अनुसार, सोने पर आयात ड्यूटी कम करने का औचित्य समझ में नही आया। सुरेश पुरी, हरीश ईसरानी, दिनेश कुशवाहा, बसन्त लाल विश्वकर्मा, आरपी सिंह, विशाल खंडेलवाल, कार्तिक कपूर, प्रमोद यादव, अखिलेश अग्रवाल, अमित हांडा, अरुण जैन, सीताराम शुक्ला, शिवकुमार प्रजापति, सुभाष सिंह मौजूद रहे।