अल्मोड़ा: जागेश्वर मंदिर प्रबंधक के रवैये से व्यापारी खफा  

अल्मोड़ा: जागेश्वर मंदिर प्रबंधक के रवैये से व्यापारी खफा  

अल्मोड़ा, अमृत विचार। जागेश्वर मंदिर समिति प्रबंधक और व्यापारियों में विवाद पैदा हो गया है। व्यापारियों ने प्रबंधक पर तानाशाही रवैया अपनाने और सालों पुरानी परंपरा के खिलाफ नए नियम थोपने का आरोप लगाया है। चेतावनी दी है कि प्रबंधक का यही रवैया रहा तो वह सावन के पहले सोमवार को बाजार बंद करने को मजबूर होंगे। मामले को लेकर व्यापारियों ने शनिवार को डीएम को ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में कहा कि प्रबंधक मंदिर की पारंपरिक पूजाओं के साथ ही बाजार में भी हस्तक्षेप कर रही हैं। जो उच्च न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन है। कहना है कि सदियों से जागेश्वर धाम के श्रावणी मेले में टीआरसी सड़क तक ही फड़ों का आवंटन होता है।

साथ ही इस बीच निजी भूमि वाले लोगों को फड़ लगाने की अनुमति होती है, लेकिन प्रबंधक मनमानी में उतर आई हैं। फड़ वितरण में पक्षपात करने के साथ बिना मंदिर समिति सदस्यों, पुजारी प्रतिनिधियों और व्यापारियों की राय के फड़ों का आवंटन किया जा रहा है। इससे पुजारियों और व्यापारियों में आक्रोश है।

चेतावनी दी है कि प्रबंधक की मनमानी पर रोक नहीं लगी तो वह सावन के पहले सोमवार से बाजार बंद करने को बाध्य होंगे। इसकी जिम्मेदारी मंदिर समिति की होगी। ज्ञापन सौंपने वालो में व्यापार मंडल अध्यक्ष मुकेश भट्ट, योगेश चंद्र भट्ट, सागर भट्ट, तनुज भट्ट, नवीन भट्ट, हरीश चंद्र भट्ट, शंकर भट्ट, मोहन चंद्र भट्ट, बसंत बल्लभ, दीपक भट्ट, गोविंद भट्ट, राजेश भट्ट, भगवान भट्ट आदि शामिल हैं।