टनकपुर: वन विभाग के पिंजरे में कैद हुआ आतंकी गुलदार, मिली राहत 

टनकपुर: वन विभाग के पिंजरे में कैद हुआ आतंकी गुलदार, मिली राहत 

टनकपुर, अमृत विचार। टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिछले ढाई साल से आतंक का पर्याय बना गुलदार आखिरकार वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया। गुलदार के कैद होने की खबर के बाद दहशत के साये में जी रहे लोगों ने राहत की सांस ली है।

बताया जाता है कि यह वही गुलदार है जो राष्ट्रीय राजमार्ग के सूखीढांग से लेकर आठवें मील तक कई दोपहिया वाहन चालकों पर लगातार हमला कर रहा था। बूम रेंज के रेंजर गुलजार हुसैन ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब छह बजे आठवें मील के पास लगे पिंजरे में गुलदार कैद हो गया।

वन कर्मी पिंजरे सहित गुलदार को ककराली गेट वन विभाग के लीसा डिपो में लाए। जहां चिकित्सकों ने उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया। उन्होंने बताया कि गुलदार को चिकित्सकों की देखरेख में ही उपवन क्षेत्राधिकारी पुष्कर दत्त भट्ट के नेतृत्व में रानीबाग रेस्क्यू सेंटर भेज दिया गया है। जहां उसकी गतिविधियों का पता लगाया जाएगा। रेंजर ने बताया कि  गुलदार की उम्र सात से आठ साल की है तथा वह नर है।

उसके दो कैनाइन में से एक पूरी तरह टूटा है तथा दूसरा आधा बचा हुआ है। जिससे यह जंगली जानवरों का शिकार करने में सक्षम न होने के कारण इंसानों पर हमला कर रहा था। उन्होंने बताया कि यह वही गुलदार है जो विगत ढाई वर्षों से टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाइक सवारों पर हमला कर रहा था। अब तक यह राजमार्ग पर 20 से अधिक बाइक सवारों पर हमला कर उन्हें घायल कर चुका है। कुछ समय पूर्व यह क्षेत्र में गश्त कर रहे वन दरोगा रेवाधर जोशी पर भी हमला कर चुका है। 

गुलदार के पिंजरे में कैद होने से बूम रेंज की टीम ने भी राहत की सांस ली है। इसके आतंक से टनकपुर से चम्पावत आने-जाने वाले लोगों के साथ स्थानीय ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत बनी हुई थी। गुलदार के आतंक को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वन विभाग को उसे कैद करने के निर्देश दिए थे। कैद गुलदार को टनकपुर लाने वाली टीम में दोगाड़ी रेंजर आरसी जोशी, भरत नेगी, अजय अधिकारी, रेवाधार जोशी, गिरीश जोशी, प्रियंका बिष्ट, मोनिका आदि शामिल रहे।