मुरादाबाद : किसी भी सीएचसी-पीएचसी पर एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं

जिला महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करने को विशेषज्ञ ही नहीं, 54 सीएचसी-पीएचसी, जिला महिला-पुरुष अस्पताल और रेडियोलॉजिस्ट सिर्फ एक

मुरादाबाद : किसी भी सीएचसी-पीएचसी पर एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं

मुरादाबाद, अमृत विचार। जिले में कुल 54 सीएचसी-पीएचसी हैं। जिला मुख्यालय पर पुरुष और महिला अस्पताल है। इन सरकारी अस्पतालों में प्रतिदिन आने वाले रोगियों की संख्या चार से पांच हजार होती है। सीएचसी पर संस्थागत सामान्य प्रसव भी होते हैं। इसके अलावा काफी संख्या में एक्स-रे से संबंधित रोगी अस्पताल आते है। बिलारी व ठाकुरद्वारा छोड़कर किसी भी सीएचसी-पीएचसी पर अल्ट्रासाउंड की सुविधा है और न ही एक्स-रे की।

हां, बिलारी सीएचसी पर एक्स-रे की सुविधा जरूर बताई जाती है लेकिन, वहां टेक्नीशियन के न होने से एक्स-रे सेवा जरूरतमंद रोगियों को नहीं मिल पा रही है। ठाकुरद्वारा सीएचसी में एक्स-रे की सुविधा है और टेक्नीशियन भी लेकिन, रिपोर्टिंग के लिए रेडियोलॉजिस्ट नहीं है। यही हाल, अल्ट्रासाउंड का है। सीएचसी पर सामान्य प्रसव की सुविधा है, लेकिन वहां अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं है। अल्ट्रासाउंड के लिए रोगियों को इधर-उधर भटकना पड़ता है। 

मूंढापांडे सीएचसी अधीक्षक डॉ. मोहम्मद आसिफ ने बताया कि उनके यहां 24 घंटे सामान्य प्रसव की सुविधा है। इसलिए विशेषकर गर्भवती महिलाओं का आवागमन अधिक रहता है। इन महिलाओं में अल्ट्रासाउंड की जरूरत पड़ती है तो उन्हें मजबूर होकर जिले पर रेफर करना होता है। अधीक्षक ने बताया कि उन्होंने कई बार सीएमओ कार्यालय को एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड मशीन और विशेषज्ञ की तैनाती के लिए मांग भेजी है।

जिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के तीन पद, तैनात सिर्फ एक
जिला अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संगीता गुप्ता कहती हैं कि अस्पताल में केवल एक रेडियोलाजिस्ट डॉ. निर्मल ओझा तैनात हैं। वैसे यहां रेडियोलॉजिस्ट के कुल तीन पद हैं लेकिन, तैनाती केवल एक की है। तीन पदों के सापेक्ष अकेले डॉ. निर्मल ओझा को ही मेडिको लीगल, मीटिंग, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे की रिपोर्ट प्रतिदिन बनानी होती है। अस्पताल में भर्ती मरीज, इमरजेंसी वाले रोगियों के अल्ट्रासाउंड उसी दिन करने होते हैं। इसके अलावा विभिन्न मुकदमों में न्यायालय की भी इन्हें दौड़ लगानी रहती है। ऐसे में डॉ. निर्मल ओझा पर काम का दबाव होना स्वाभाविक भी है।

जिला महिला अस्पताल में भी रेडियोलॉजिस्ट नहीं
हैरत की बात है कि जहां ओपीडी में आने वाली या भर्ती महिलाओं में अधिकांश को अल्ट्रासाउंड की ही जरूरत पड़ती है, वहां भी रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती नहीं है। एसीएमओ डॉ. भारत भूषन का कहना है कि जिले में केवल एक रेडियोलॉजिस्ट डॉ. निर्मल ओझा हैं, जो जिला अस्पताल में तैनात हैं। इसके अलावा किसी भी सरकारी अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती नहीं है।

बिलारी सीएचसी पर एक्स-रे मशीन है लेकिन, टेक्नीशियन नहीं है। जल्द ही वहां टेक्नीशियन तैनात कर देंगे। ठाकुरद्वारा सीएचसी पर एक्स-रे मशीन का संचालन पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर किया जा रहा है। किसी भी सीएचसी पर अल्ट्रासाउंड मशीन की सुविधा नहीं है।- डॉ.भारत भूषन, एसीएमओ

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