बरेली: कहानी कुछ और थी...मगर छात्रा ने कुछ देर के लिए होश उड़ा दिए सबके

बरेली: कहानी कुछ और थी...मगर छात्रा ने कुछ देर के लिए होश उड़ा दिए सबके
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बरेली, अमृत विचार। बेहोशी की हालत में जिला अस्पताल पहुंची राजेंद्रनगर के एक कॉन्वेंट स्कूल में 11वीं की छात्रा होश में आई तो प्रिंसिपल पर सनसनीखेज आरोप लगा डाले। छात्रा ने बताया कि प्रिंसिपल कई महीने से उस पर ऑफिस में बुलाकर गलत काम करने का दबाव बना रही हैं, इनकार करने पर उसे स्कूल से निकालने और फेल करने की धमकी देती हैं।

शुक्रवार को उन्होंने धमकाने के साथ मारपीट भी की। गुस्साए अभिभावकों की शिकायत पर पुलिस ने जांच की तो पता चला कि छात्रा की स्कूल के ही एक छात्र से गहरी दोस्ती है। प्रिंसिपल ने इसी बात पर उसकी डांट लगाई थी।

जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में छात्रा के अभिभावक उसे बेहोशी की हालत में लेकर पहुंचे थे। स्कूल यूनिफार्म पहने छात्रा बेहोशी की हालत में भी थर-थर कांप रही थी। प्राथमिक इलाज के बाद वह होश में आई तो डॉक्टर ने उससे पूछताछ की।

छात्रा ने बताया कि वह राजेंद्रनगर के कॉन्वेंट स्कूल में 11वीं में पढ़ती है। कई महीने से स्कूल की प्रिंसिपल उसे अपने ऑफिस में बुलाकर गलत काम करने का दबाव बना रही है। वह विरोध करती है तो उसे स्कूल से निकालने और परीक्षा में फेल करने की धमकी देती हैं। छात्रा ने बताया कि इस बात की जानकारी स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं को भी है।

छात्रा के सनसनीखेज आरोप सुनकर उसके अभिभावकों के होश उड़ गए। गुस्से में बिफरे दोनों लोग यहां से थाने पहुंचे और स्कूल की प्रिंसिपल के खिलाफ पुलिस को शिकायत दे दी। पुलिस ने स्कूल जाकर जांच की तो मामला कुछ और निकला। इंस्पेक्टर प्रेमनगर आशुतोष रघुवंशी के मुताबिक स्कूल के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने पर पता चला कि प्रिंसिपल ने छात्रा को न ऑफिस में बुलाया था और न मारपीट की थी।

जांच में पता चला कि छात्रा की स्कूल के ही एक छात्र से गहरी दोस्ती है। स्कूल में ही अटपटी हरकतों पर प्रिंसिपिल ने छात्रा को डांट लगाई थी जिसके बाद उसने बेहोश होने का बहाना किया था।

मां ने कहा- कई दिन से कर रही थी उत्पीड़न की शिकायत
छात्रा की मां ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे छात्रा के स्कूल की एक शिक्षिका ने फोन कर सूचना दी कि उनकी बेटी की तबीयत खराब हो गई है। वह पति के साथ स्कूल पहुंचीं तो करीब आधे घंटे तक उन्हें उससे मिलने नहीं दिया। हंगामा करने पर उन्हें बेटी के पास ले जाया गया तो वह उन्हें बदहवास हालत में मिली। जिसके बाद वे फौरन उसे जिला अस्पताल लाए। परिजनों ने बताया कि कुछ दिन से उनकी बेटी लगातार बता रही थी कि स्कूल में उसका उत्पीड़न किया जा रहा है। वह उसे समझाकर शांत कर रही थीं। वहीं शुक्रवार को उसकी हालत गंभीर हो गई।

मानसिक दबाव की हालत में पहुंची थी अस्पताल
इमरजेंसी वार्ड में ईएमओ डॉ. हरीश चंद्रा ने छात्रा की जांच की। बुरी तरह घबराई हालत में होने और पूछने पर भी कुछ न बोलने पर उन्होंने मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. आशीष को सूचना दी। डॉ. आशीष की टीम ने छात्रा की काउंसिलिंग की। डॉ. आशीष के अनुसार छात्रा पैनिक अटैक की स्थिति में थी। ऐसा तब होता है जब कोई किसी वजह से गहरे मानसिक दबाव में आता है।

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