शाहजहांपुर: आंधी में बरगद का पेड़ गिरने से मकान का लेंटर क्षतिग्रस्त...5 परिवारों की बचीं 21 जिंदगियां

शाहजहांपुर: आंधी में बरगद का पेड़ गिरने से मकान का लेंटर क्षतिग्रस्त...5 परिवारों की बचीं 21 जिंदगियां
मकान के ऊपर गिरा बरगद का पेड़।

शाहजहांपुर, अमृत विचार। गुरुवार-शुक्रवार रात को तेज आंधी और बारिश के चलते गांव कुंभिया माफी में विशाल बरगद का पेड़ गिरने से मकान का लेंटर क्षतिग्रस्त हो गया और ईंट-सीमेंट का मलबा कमरे के अंदर गिर गया। इससे सो रहे पांच सगे भाई के परिवार इसकी चपेट में आने से बाल-बाल बच गए और परिवारों में 21 सदस्यों की जिंदगियां बच गईं।

लेकिन एक दंपति लेंटर का मलबा ऊपर गिरने से चोटिल हो गया। गनीमत रही कि मकान के सहारे पेड़ टिका रहा और बड़ा हादसा टल गया। लेखपाल ने घटना की जांच कर रिपोर्ट अधिकारियों को भेज दी है। वहीं पीड़ितों ने शासन-प्रशासन से उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है। 

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मकान पर पेड़ गिरने के बाद बेड पर पड़ा मलबा दिखता पीड़ित।

 

गांव कुंभिया माफी में रहने वाले सुभाष कुमार, संतोष कुमार, लंकुश, बबलू, सिरोज सगे भाई हैं और उनका मकान गांव के बाहर है। यह पांचों भाई एक बिल्डिंग में रहते हैं लेकिन सभी के पास अलग-अलग कमरा है और अपने परिवार के साथ रहते हैं। कमरों के आगे टीन शेड और छप्पर डाल रखा है। इनके घर के पीछे करीब 70 साल से अधिक पुराना बरगद का पेड़ खड़ा था।

बबलू कुमार ने बताया कि गुरुवार रात को परिवार के सभी सदस्य भोजन करने के बाद अपने-अपने कमरों में सोने चले गए थे। देर रात करीब एक बजे मौसम बदल गया और तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। आंधी चलने से बरगद का पेड़ छत पर आकर गिर गया। जिससे लिंटर का मलबा टूटकर बेड पर सो रहे बबलू और उसकी पत्नी अंगूरी देवी के ऊपर जा गिरा।

तेज धमाके की आवाज सुनकर अचानक आंख खुल गई और कमरे से भागकर अपनी जान बचाई। लेकिन दंपति के शरीर में अंदरुनी चोटें आ गई। बबलू ने अपने भाइयों की तरफ पहुंच कर देखा तो सभी लोग सुरक्षित थे। जबकि घटना के बाद आसपड़ोस के रहने वाले लोग दौड़कर मौके पर पहुंच गए। जहां सकुशल परिवारों को देखकर लोगों ने भी राहत की सांस ली।

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पेड़ गिरने से क्षतिग्रस्त हुआ लेंटर।

शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे लेखपाल मुनीश कुमार गांव पहुंचे। जहां पीड़ितों से पूछताछ के बाद नुकसान का मुआयना किया। साथ ही जांच करने के बाद इसकी रिपोर्ट अधिकारियों को भेजकर मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है। 

बिजली का पोल टूटा, हादसा टला
बृहस्पतिवार रात बारिश के साथ चली आंधी से बरगद का पेड़ गिरने के दौरान बिजली का पोल चपेट में आने से टूटकर गिर गया। गनीमत रही कि आस पड़ोस के रहने वाले लोग बिजली लाइन की उसकी चपेट में आने से बच गए। प्रधान लड़ैती देवी के बेटे रामू ने बिजली विभाग के कर्मचारियों को सूचना देकर बिजली सप्लाई बंद कराई। इसके बाद बिजली पोल को मार्ग से हटा दिया गया। 

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आंधी से टूटा पड़ा विद्युत पोल।

पीड़ित परिवारों ने चचेरे भाई के घर ली शरण
बारिश और तेज आंधी के चलने के दौरान बरगद का पेड़ मकान पर गिरने से क्षतिग्रस्त होने के बाद पीड़ित पांच परिवारों ने बारिश और अनहोनी की आशंका से बचने के लिए गांव में ही रहने वाले अपने चचेरे भाई ओमकार, प्रमोद कुमार के घर पहुंचकर शरण ली। शुक्रवार सुबह घर लौटे तो सारा सामान बिखरा हुआ पड़ा था। फिर से गृहस्थी बसाने की यह सोचकर परिवार परेशान थे। पीड़ित परिवारों का काफी नुकसान हो गया है। 

मजदूरी करके परिवार का होता है जीवन यापन
बबलू कुमार ने बताया कि वह और उसके भाई सुभाष कुमार, संतोष कुमार, लंकुश कुमार, सिरोज कुमार बाहर जाकर मजदूरी करते है। जब बाहर काम नहीं मिलता है तो गांव में रहकर भी मजदूरी करते हैं। जिससे परिवार का पालन पोषण हो पाता है। गुरुवार रात को बारिश और तेज आंधी में बरगद का पेड़ मकान के ऊपर गिरने से क्षतिग्रस्त हो गया है। जिस कारण काफी बड़ी समस्या आकर खड़ी हो गई। अब गृहस्थी बसाने या परिवार का खर्चा चलाने को लेकर यह समस्या बेहद जटिल है और परेशान है। खेती एक-दो बीघा पिता के नाम होने की बात सामने आ रही है।

यह लोग मौजूद थे घर के अंदर
बरगद का पेड़ गिरने से मकान ढहने से बच गया और पांच सगे भाई के परिवार सुरक्षित रहे। कमरे में सो रहे बबलू, उनकी पत्नी अंगूरा देवी के ऊपर मलबा गिरने से अंदरुनी चोट आई है। साथ ही टीन शेड, कमरा का लिंटर ढहा, फ्रिज, अलमारी, बेड, कूलर आदि घरेलू सामान का नुकसान पहुंचा है। इसके साथ ही उसके भाई सुभाष, उनकी पत्नी सरिता देवी, बेटे परमजीत, दीपेंद्र, प्रियंका, जावित्री और संतोष, उनकी पत्नी रेखा देवी, पुत्र सुरजीत, गौरव, पुत्री शीतला, बबली और लंकुश, व उनकी पत्नी सुधा, पुत्री अमृता, महक, पुत्र कार्तिक, दो माह पुत्र। इसके अलावा अविवाहित सिरोज बाल-बाल बच गए। 

पांच लाख से अधिक के नुकसान का अनुमान
आंधी में बरगद का पेड़ गिर जाने से पांचों भाई के मकान की दीवारें चारों ओर से हिल गई और क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे पूरी बिल्डिंग खराब होने का अनुमान है। अनुमान लगाया जा रहा है कि पांच लाख रुपये से अधिक नुकसान हो गया है। साथ ही घरेलू सामान का काफी नुकसान हुआ है।

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