'युद्ध से समाधान का रास्ता नहीं, शांति के लिए वार्ता जरूरी', पुतिन से मुलाकात में बोले पीएम मोदी

'युद्ध से समाधान का रास्ता नहीं, शांति के लिए वार्ता जरूरी', पुतिन से मुलाकात में बोले पीएम मोदी

मॉस्को। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय रूस के दौरे पर हैं। अपने दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी ने द्विपक्षीय वार्ता में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से चर्चा कर रहे हैं। पीएम ने पुतिन से वार्ता के दौरान आतंकवाद का मुद्दा उठाया है। पीएम ने कहा कि आतंकवाद हर देश के लिए खतरा बना हुआ है। पीएम मोदी ने दुनिया को शांति का संकेत देते हुए कहा कि युद्ध के मैदान में समाधान नहीं खोजा जा सकता। शांति के लिए वार्ता बहुत जरूरी है। भारत हमेशा शांति के पक्ष में रहा है, क्योंकि युद्ध कोई समाधान नहीं है। मुझे शांति की उम्मीद है। मैं शांति के लिए सहयोग करने के लिए तैयार हूं।

पीएम ने अपनी बातचीत के दौरान कोरोना काल के वक्त हुई भारत-रूस की पेट्रोल-डीजल डील की भी सराहना की है। साथ ही व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को कजान में ब्रिक्स सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया है। ये शिखर सम्मेलन 22 से 24 अक्टूबर को रूस में आयोजित किया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मुझे विश्वास है कि आने वाले वर्षों में हमारे संबंध और मजबूत होंगे। ऊर्जा क्षेत्र में भारत-रूस सहयोग ने दुनिया की भी मदद की है। भारत लगभग 40 वर्ष से आतंकवाद की चुनौती का सामना कर रहा है। मैं सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा करता हूं। दुनिया को पिछले पांच वर्ष में अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। पहले कोविड-19 की वजह से और फिर अनेक संघर्षों के कारण। जब दुनिया में खाद्य पदार्थों, ईंधन और उर्वरक की कमी थी। हमने अपने किसानों को समस्या नहीं आने दी और इसमें रूस के साथ संबंधों ने भूमिका निभाई।

मोदी ने युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि दी, रोसाटॉम पवेलियन का भ्रमण किया 
प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने मंगलवार को ‘अज्ञात सैनिक की समाधि’ पर श्रद्धांजलि अर्पित की और राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के साथ वीडीएनकेएच में रोसाटॉम पवेलियन का भ्रमण किया। मोदी ने माॅस्को में क्रेमलिन की दीवार पर स्थित एक युद्ध स्मारक ‘अज्ञात सैनिक की समाधि’ पर श्रद्धा व्यक्त करते हुए पुष्प चक्र अर्पित किया। यह स्मारक द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने प्राण की आहुति देने वाले सोवियत सैनिकों को समर्पित है। इसके बाद प्रधानमंत्री ने  पुतिन के साथ अखिल रूसी प्रदर्शनी केंद्र, वीडीएनकेएच गये। दोनों नेताओं ने वीडीएनकेएच में रोसाटॉम पवेलियन का भ्रमण किया। 

नवंबर 2023 में उद्घाटित रोसाटॉम मंडप, वैज्ञानिक और तकनीकी विकास के इतिहास पर सबसे बड़ी प्रदर्शनियों में से एक है। प्रधानमंत्री ने असैन्य परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में भारत-रूस सहयोग को समर्पित एक फोटो प्रदर्शनी देखी।

प्रधानमंत्री को वीवीईआर-1000 रिएक्टर का एक स्थायी कामकाजी मॉडल ‘परमाणु सिम्फनी’ भी दिखाया गया जो भारत में कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र (केकेएनपीपी) का दिल है। पवेलियन में प्रधानमंत्री ने भारतीय और रूसी छात्रों के एक समूह से भी बातचीत की। मोदी ने उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भविष्य की संभावनाओं को देखने के लिए प्रोत्साहित किया, जिसका उपयोग भविष्य की पीढ़ियों और ग्रह के लाभ के लिए किया जा सकता है। 

 

ये भी पढ़ें : रूस के कजान और येकातेरिनबर्ग शहरों में वाणिज्य दूतावास खोलेगा भारत, पीएम मोदी ने की घोषणा

ताजा समाचार