कासगंज: कहीं धूप, कहीं छांव, कई बार मौसम ने बदला मिजाज

दिन में बार-बार बदलता रहा मौसम, खराब हो सकती है सेहत

कासगंज: कहीं धूप, कहीं छांव, कई बार मौसम ने बदला मिजाज

कासगंज, अमृत विचार। कहीं धूप, कहीं छांव तो कहीं बूंदाबांदी। शुक्रवार को मौसम ने दिन भर में कई बार रूप बदले। कई जगह तो थोड़ी-थोड़ी दूर में ही मौसम के तीन रूप देखने को मिले। वैसे तो सुबह से ही धूप निकली थी। सूरज बादलों के साथ लुकाछिपी खेलते रहे। कभी आसमान पर छाते बादल तेज बारिश का संकेत दे रहे थे तो फिर अचानक बादल छठ जाने से धूप दिखाई देने लगती। मौसम का यह परिवर्तन बीमारियों को आमंत्रण दे रहा है। संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ रहा है। 

मौसम का मिजाज हर रोज बदल रहा है। कभी धूप हो रही है तो कभी छांव हो जाती है कभी काले बादल छाते हैं तो रिमझिम के साथ झमाझम बारिश भी होने लगती है। यह मौसम सेहत के लिए बेहतर नहीं बताया गया है। चिकित्सकों का कहना है कि ऐसे मौसम में सेहत के प्रति संवेदनशीलता बरतने की जरूरत है, क्योंकि कई बार लोग बारिश में भीगते हैं और धूप निकलने के बाद उमस से परेशान हो जाते हैं, जिससे संक्रामक रोगों से घिरने लगते हैं।

चिकित्सकों की सलाह है कि हर हाल में विशेष सतर्कता बरतें। बच्चों को बारिश के पानी में न नहाने दें। मौसम के इस परिवर्तन में खान-पान का विशेष ध्यान रखा जाए। शहर में धूप दिखाई दी तो पांच किलोमीटर दूर गांव नदरई में तेज बारिश हुई। सोरों क्षेत्र में सुबह बूंदाबांदी हुई। दोपहर को धूप निकली। शाम को फिर बादल छाए। 

फसलों पर बरस रही संजीवनी
भले ही यह मौसम सेहत के लिए ठीक नहीं है, लेकिन फसलों पर आसमान से संजीवनी बरस रही है। रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश से धान की फसल को फायदा मिल रहा है। जिले में धान के अलावा मक्का, बाजरा की फसलों के साथ ही उड़द और मूंग की फसलों को भी बारिश से काफी फायदा मिल रहा है।

अस्पताल में बढ़ गई रोगियों की संख्या
बदलता मौसम सेहत के लिए ठीक नहीं है। जिला अस्पताल में रोगियों की संख्या बढ़ गई है। अब तक 400 से 500 मरीज प्रतिदिन पंजीकरण करा रहे हैं। सीएमएस डा. संजीव सक्सेना ने बताया कि गंभीर रोग के रोगी नहीं है। त्चचा रोग लोगों में अधिक फैल रहा है। उन्होंने बताया कि आद्रर्ता वाले मौसम में यह रोग फैलता है।

इससे बचाव के लिए जरूरी है कि नहाने के बाद बदन पूरी तरह सूखा लें। नम कपड़े न पहनें। धूप के सूखे कपड़े पहने। इससे त्वचा रोग होने की संभावना कम होती है। त्वचा रोग होने पर प्रशिक्षक चिकित्सक से ही दवा लेकर प्रयोग करें। यदि सेहत के प्रति संवेदनशील न रहे तो समस्या और भी बढ़ सकती है।

यह मौसम सेहत के लिए ठीक नहीं है। विशेष सावधानी बरतें। खानपान का विशेष ध्यान रखें। जरा सी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है। यदि कोई समस्या हो तो चिकित्सक का परामर्श तत्काल लें- डॉ. राजीव कुमार अग्रवाल, सीएमओ

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