हाथरस सत्संग हादसा: CM योगी बोले-घटना की होगी न्यायिक जांच, ये राजनीति का मौका नहीं, पीड़ितों के साथ है सरकार 

हाथरस सत्संग हादसा: CM योगी बोले-घटना की होगी न्यायिक जांच, ये राजनीति का मौका नहीं, पीड़ितों के साथ है सरकार 

हाथरस, अमृत विचार। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिले में हुए दर्दनाक हादसे की न्यायिक जांच कराई जाएगी, और घटना के दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ये राजनीति का समय नहीं है, मैं और उत्तर प्रदेश सरकार पीड़ितों के साथ है और उनकी हर संभव सहायता की जाएगी। सीएम योगी ने अब से कुछ देर पहले मीडिया से संवाद में कहा कि सिलसिलेवार तरीके से इस पूरी घटना की जांच कराने के लिए एडीजी समेत कई अधिकारियों की टीम गठित की गई है। साथ ही हादसे की जांच के लिए हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक समिति बनाई जाएगी। 

सीएम योगी ने कहा कि इस हादसे मे 121 श्रद्धालुओं की मृत्य हुई जो उत्तरप्रदेश के साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्यप्रदेश से आये थे। इसके अलावा उत्तरप्रदेश में हाथरस,बदायूं कासगंज,अलीगढ़, एटा,ललितपुर शाहजहांपुर फिरोजाबाद मथुरा औरैया,पीलीभीत सोनभद्र सहित 16 जिलो से आये श्रद्धालु इस दुर्घटना में मारे गए हैं। सीएम योगी ने कहा कि हाथरस के अस्पताल में 31 घायलों का जबकि अन्य का एटा और आगरा के अस्पतालों में इलाज चल रहा है।  

उन्होंने कहा कि मैंने घायलों से बात की है। सीएम योगी ने कहा कि हादसा कार्यक्रम के बाद हुआ। सत्संग में जो अपना कथावाचन करने आये थे उनकी कथा समाप्त होने के बाद महिलाओं का एक दल उनको छूने के लिए बढ़ा,सेवादारो से धक्कामुक्की हुई जिसके बाद जीटी रोड के पास ये बड़ा हादसा हुआ। सीएम योगी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम में जो सेवादार होते है वो प्रशासन को कार्यक्रम में घुसने नही देते, जब हादसा हुआ तो अस्पताल ले जाने के दौरान सारे सेवादार भाग गए। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमने एडीजी के निर्देशन में जांच कमेटी गठित की है, आयोजको से जाँच में पूछताछ होगी, लापरवाही पर सबकी जवाबदेही तय होगी। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इसका खंडन नहीं करते कि इस तरह के हादसे नहीं हो सकते, लेकिन इस घटना के पीछे साज़िश किसकी है इसकी जांच हम एक ज्यूडिशियल इंक्वायरी से करवाएंगे जिसमें हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज व रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी शामिल रहेंगे। इसके बाद उनके सुझाव को हम आगे लागू करेंगे जिससे भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो। 

दोषियों को सजा मिलेगी, घटना की जिम्मेदारी जवाबदेही तय होगी
सीएम योगी ने कहा कि ज्यूडिशियल इंक्वायरी के बारे में आज ही नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की प्रवत्ति होती है कि इस तरह की दुखद घटना पर राजनीति करने से बाज़ नही आते,अब तो उन सज़्ज़न के साथ उन लोगों की फोटो सार्वजनिक है,किसके साथ सम्बंध है सब देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग निर्दोष लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करते है उनकी जवाबदेही तय होगी। 

उन्होंने कहा कि जब लोग धर्म श्रद्धा के साथ आते है तो उस आयोजन में अनुशासन होता है, लेकिन जब ऐसे कार्यक्रमों में कुछ साजिश होती है तो इस तरह की घटना होती है, सेवादारों ने प्रशासन का सहयोग नही लिया,सेवादारों ने लोगों को मरने दिया और भाग खड़े हुए। 

मुख्यमंत्री योगी ने पुलिस लाइन में घटना के प्रत्यक्षदर्शियों से भी मुलाकात कर हादसे के विषय में जानकारी ली। घटना की प्रत्यक्षदर्शी और ड्यूटी पर तैनात महिला कांस्टेबल ने सीएम को पूरी घटना के बारे में बताया। उसने बताया कि भगदड़ मचने के बाद लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते चले गए। खासतौर पर बड़ी संख्या में महिलाएं भगदड़ का शिकार बनीं। वो उठना चाह रही थीं, लेकिन उठ नहीं सकीं, क्योंकि एक के बाद एक महिलाएं उनके ऊपर गिरती चली गईं। सीएम योगी के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, असीम अरुण और संदीप सिंह के साथ ही स्थानीय विधायक, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद भी मौजूद रहे। 

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सीएम योगी हाथरस के सिकंदराराऊ में उस स्थान पर भी पहुंचे, जहां मंगलवार को भगदड़ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। सीएम योगी के साथ तीनों मंत्री, मुख्य सचिव, डीजीपी व स्थानीय विधायक भी मौजूद थे। अलीगढ़ की मंडलायुक्त ने सीएम योगी को हादसे से जुड़ी एक-एक घटना के विषय में विस्तार से जानकारी दी। बरसते पानी के बीच सीएम योगी ने भगदड़ वाले स्थल का भी जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिए। इस बीच, हाथरस हादसे पर एसडीएम सिकंदराराऊ ने हाथरस के डीएम को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि सत्संग के दौरान पंडाल में 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ मौजूद थी। सत्संग खत्म होने के बाद नारायण साकार हरि (भोले बाबा) के दर्शन व चरण स्पर्श एवं आशीर्वाद स्वरूप उनकी चरण रज अपने माथे पर लगाने के लिए लोग आगे बढ़े। श्रद्धालु उनके वाहन की ओर दौड़ने लगे तो बाबा के साथ उनके निजी सुरक्षाकर्मी (ब्लैक कमांडो) एवं सेवादारों ने भीड़ के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इससे कुछ लोग नीचे गिर गए। यहां से भीड़ कार्यक्रम स्थल के सामने खुले खेत की तरफ भागी जहां सड़क से खेत की ओर उतरने के दौरान ढालनुमा जगह होने के कारण लोग फिसलकर गिर पड़े। इसके बाद वो पुनः उठ नहीं सके और भीड़ उनके ऊपर से होकर इधर-उधर भागने लगी। इसमें कई महिलाएं व पुरुष और बच्चे हताहत व गंभीर रूप से घायल हो गए। 

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