Chitrakoot News: पुलिस ने किया लूट की घटना का खुलासा: चार आरोपी दबोचे, सीमेंट की बोरियों लदा ट्रक बरामद

Chitrakoot News: पुलिस ने किया लूट की घटना का खुलासा: चार आरोपी दबोचे, सीमेंट की बोरियों लदा ट्रक बरामद

चित्रकूट, अमृत विचार। कोतवाली पुलिस एवं एसओजी की संयुक्त टीम ने सीमेंट की बोरियों से लदे 22 चका ट्रक (ट्रेलर) की लूट की घटना का खुलासा कर दिया। चार आरोपियों को गिरफ्तार कर इनसे घटना में प्रयुक्त कार, मोबाइल और तमंचा-कारतूस बरामद किया गया। पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने पत्रकारों को यह जानकारी दी।

17 जून को सतना (मप्र) की संग्राम कालोनी निवासी हरिओम गुप्ता ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 15 जून को उसका सीमेंट से लदा ट्रेलर जब नो इंट्री में सोनेपुर के पास खड़ा था, किसी ने चुरा लिया था। एसपी ने बताया कि विवेचना के दौरान हरिओम और खलासी इंद्रबहादुर के बयान और सीसीटीवी फुटेज से यह तथ्य प्रकाश में आया कि राधे उर्फ फुल्लू पुत्र रामसेवक निवासी मुहम्मदपुर असवा थाना कोखराज (कौशांबी), जाकिर पुत्र मो. साकिर निवासी लाइन बाबा दरगाह नई बाजार भरवारी थाना कोखराज (कौशांबी), प्रसादे पुत्र सूरजपाल निवासी मुहम्मदपुर और अली पुत्र मुन्ना निवासी भरवारी गांधीनगर कोखराज ने कार से वहां पहुंचकर खलासी से मारपीट की और ट्रेलर को माल सहित लेकर कर्वी होते हुए राजापुर रोड की ओर भाग गए। 

एसपी ने प्रभारी निरीक्षक कोतवाली एवं एसओजी टीम को खुलासे की जिम्मेदारी सौंपी। 22 जून की रात मुखबिर की सूचना दी कि वही कार, जिससे लूट करने आरोपी पहुंचे थे, राजापुर से पहाड़ी की ओर आ रही है। इस पर पुलिस ने वहां घेरेबंदी कर कार से राधे उर्फ फुल्लू और जाकिर को पकड़ लिया। राधे से तमंचा, कारतूस बरामद हुआ। 

आरोपियों ने कड़ाई से पूछताछ पर बताया कि उन लोगों ने पैसे की लालच में यह वारदात की थी। दोनों ने बताया कि ट्रेलर को मय माल मूरतगंज कस्बे के आगे मेला बाग के मैदान में छिपा दिया था। पुलिस ने वहां जाकर देखा तो तिरपाल से ढका हुआ ट्रेलर मिल गया। 

वहीं दो आरोपी राधेश्याम पुत्र जीवनलाल सरोज और अंकेश पुत्र सुरेश सरोज मुहम्मदपुर असवा थाना कोखराज (कौशांबी), जो ट्रेलर की चौकीदारी कर रहे थे, को भी पुलिस ने दबोच लिया। नीलू पुत्र तीरथ सरोज निवासी मुहम्मदपुर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है। 

इसलिए लिखवाई थी चोरी की रिपोर्ट

एसपी ने बताया कि जब हरिओम से यह पूछा गया कि लूट की जगह चोरी की रिपोर्ट क्यों दर्ज कराई तो उसने बताया कि उसके वकील ने कहा था कि यदि लूट की रिपोर्ट लिखवाओगे तो बीमा क्लेम मिलने में बहुत समय लगेगा। इसी वजह से उसने चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई। 

पुलिस टीम में ये रहे शामिल

कोतवाली की टीम की अगुवाई उपेंद्र प्रताप सिंह और एसओजी टीम की अगुवाई एमपी त्रिपाठी ने की। टीम में अपराध निरीक्षक लाखन सिंह, एसआई अंशुल कुमार, आरक्षी ज्ञानेश मिश्रा, पवन राजपूत, राहुल देव, रोहित सिंह, नीतू द्विवेदी, रोशन सिंह, गोलू भार्गव और राघवेंद्र शामिल रहे।

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