आचार संहिता समाप्त..अब पीलीभीत के विकास को मिलेगी रफ्तार, 720 ग्राम पंचायतों में ठप पड़े थे कार्य, जर्जर सड़कों के निर्माण अटके
पीलीभीत, अमृत विचार। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता छह जून को हटा ली गई। इसी के साथ अब विकास कार्यों में तेजी लाने की कवायद शुरू हो गई है। पंचायत विभाग, पीडब्ल्यूडी समेत अन्य विभागों ने कराए जाने वाले विकास कार्यों का खाका तेजी से तैयार करना शुरू कर दिया है। आचार संहिता लगने से नए स्तर से होने वाले विकास कार्यों पर पूरी तरह से रोक लग गई थी।
लोकसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग द्वारा आदर्श आचार संहिता को लेकर 16 मार्च को अधिसूचना जारी की गई थी। आदर्श आचार संहिता लगते ही विभागों द्वारा कराए जाने वाले नए कार्यों पर रोक लगा दी गई थी। मात्र पूर्व में चले आ रहे कार्यों को कराने की अनुमति दी गई। बीते 82 दिनों से शहर से लेकर नगर, कस्बों और गांवों में होने वाले विकास कार्य भी ठप हो गए थे। लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क निर्माण, मरम्मत आदि को लेकर होने वाली टेंडर प्रक्रिया पर भी ब्रेक लग गया था। इस दौरान विकास कार्यों की न तो समीक्षा हो पा रही थी और न ही नए कार्य शुरू हो पा रहे थे।
वहीं, निर्वाचन आयोग द्वारा एक दिन भी आचार संहिता हटा ली गई। आदर्श आचार संहिता हटने के साथ ही अब जनपद में विकास कार्यों को कराने की कवायद शुरू हो गई है। विभागों द्वारा कराए जाने वाले विकास कार्यों को लेकर कार्ययोजना बनाने का काम तेजी से शुरू हो गया है।
ऑपरेशन त्रिनेत्र समेत 720 ग्राम पंचायतों में खुलेगी विकास की राह
आदर्श आचार संहिता लगने के साथ ही जनपद की 720 ग्राम पंचायतों में नए स्तर से होने वाले विकास कार्यों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी। इससे गांवों में सड़क, नाली, पंचायत भवन समेत अन्य विकास कार्य ठप हो गए थे। गांव-गांव सीसीटीवी कैमरे लगाने को शुरू की गई ऑपरेशन त्रिनेत्र योजना भी अधर में लटक की गई थी। हालांकि 720 ग्राम पंचायत में विकास कार्यों को लेकर वर्ष 2024-25 की कार्ययोजना तो तैयार कर ली गई थी, लेकिन आचार संहिता के चलते आगे की कार्रवाई रोक दी गई थी।
वहीं,अब आचार संहिता समाप्त होते ही विभाग द्वारा कार्ययोजना से संबंधित आगे की कार्रवाई तेजी से शुरू हो गई है। डीपीआरओ सतीश कुमार ने बताया कि ऑपरेशन त्रिनेत्र को लेकर भी अब नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके साथ ही ग्राम पंचायतों में थमे पड़े विकास कार्यों को रफ्तार मिल सकेगी। इसको लेकर कार्य शुरू करा दिया गया है।
जर्जर पीलीभीत-माधोटांडा मार्ग व सर्विस रोड के निर्माण में आएगी तेजी
आचार संहिता लगने से जनपद में नई सड़कों के निर्माण, जर्जर मार्गो का नवीनीकरण, मरम्मत आदि कार्य भी लटक गए थे। आचार संहिता लगने से पूर्व 30 किमी लंबे जर्जर हो चुके पीलीभीत-माधोटांडा मार्ग के नवीनीकरण का प्रस्ताव मंजूर होने के बाद टेंडर प्रक्रिया पूरी की गई थी। करीब 7.50 करोड़ रुपए की लागत से मंजूर की गई सड़क की फाइनेंशियल बिड का समय आया तो आचार संहिता लागू कर दी गई। इससे मार्ग के नवीनीकरण का कार्य भी लटक गया।
लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के सहायक अभियंता एसपी गौतम ने बताया कि अब आचार संहिता समाप्त हो चुकी है। जल्द ही सभी औपचारिकताएं पूरी कर मार्ग का नवीनीकरण कार्य शुरू कराया जाएगा। इसके अलावा पूरनपुर में पकड़िया चौराहा से घुंघचाई चौराहा तक मार्ग का निर्माण कराया जाएगा। शहर में नौगवा ओवरब्रिज के दोनों ओर सर्विस रोड का कार्य भी अटका चल रहा था। सर्विस रोड का निर्माण अब तेज गति से कराया जाएगा।
जल्द मिलेगी किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त
जनपद के 1,30,884 किसानों को फरवरी में किसान सम्मान निधि की 16वीं किस्त दी गई थी। इसके बाद आचार संहिता लगने के साथ ही किसानों को मिलने वाली किसान सम्मान निधि पर भी रोक लग गई थी। वहीं, अब आचार संहिता हटने के बाद किसानों को किसान सम्मान निधि की 17वीं मिलने की राह भी खुल गई है। कृषि विभाग ने सम्मान निधि 17वीं किस्त को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। उप निदेशक कृषि संतोष कुमार सविता ने बताया कि इस माह के अंत तक किसानों के खातों में 17वीं किस्त पहुंचने की संभावना है।
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