गुजरात, दिल्ली से लेकर यूपी तक, तीन हादसों में 51 लोगों की मौत से मचा हाहाकार
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश, गुजरात और दिल्ली में दर्दनाक हादसों से हाहाकार मच गया। शनिवार की रात तीन राज्यों में हुए, तीन बड़े हादसों में अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है। पहली घटना गुजरात के राजकोट की है, जहां शाम को एक गेम जोन में भीषण आग लग गई। पल में ये गेमिंग जोन जलकर ख़ाक हो गया। इस घटना में कम से कम 33 लोगों मारे जा चुके हैं। नाना-मावा रोड स्थित गेम जेन में उस वक़्त हादसा हुआ, जब बच्चे अंदर खेल रहे थे।
राजकोट के ज़िलाधिकारी प्रभाव जोशी ने कहा कि भीषण आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर दुख जताया है और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद की बात कही है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर एसआईटी जांच बिठा दी है।
राजकोट में हादसे की चीत्कार गूंज ही रही थीं कि, इस बीच उत्तर प्रदेश के ज़िला शाहजहांपुर में एक सड़क हादसे में 11 लोग मारे गए हैं। सीतापुर से पूर्णागिरी धाम जा रही श्रद्धालुओं की बस के ऊपर डंपर पलट गया। देर रात हुए हादसे ने एक बार फिर लोगों को झकझोकर दिया।
घटनाक्रम खुटार-गोला रोड स्थित ऋषि ढाबे का है। श्रद्धालु यहां खाने के लिए रुके थे। ढाबे के पास से गुजर रहा एक डंपर बस के ऊपर पलट गया। बस में सवार यात्री बजरी और गिट्टी के नीचे दब गए। ढाबे पर मौजूद लोगों ने राहत-बचाव अभियान चलाकर बाकी यात्रियों को बचाने में मदद की। हादसे में रविवार तक 11 लोगों के मारे जाने की सूचना है। मृतक सीतापुर जनपद के कमलापुर गांव के रहने वाले हैं। देर रात तक प्रशासन यहां रेस्क्यू अभियान चलाकर घायलों को बचाने की कोशिश में जुटा रहा।
तीसरी घटना पूर्वी दिल्ली के विवेक बिहार स्थित एक हॉस्पिटल की है। अस्पताल में आग लगने से सात नवजात बच्चों की मौत हो गई। दिल्ली अग्निशमन सेवा के प्रमुख अतुल गर्ग के मुताबिक, अस्पताल से 12 नवजात बच्चों को बाहर निकाला गया है, इसमें सात बच्चों की मौत हुई है। सुरक्षित निकाले गए पांचों शिशुओं को इलाज के लिए दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दिल्ली के अस्पताल और गुजरात के गेम जोन में आग्जनी की घटनाओं ने, संस्थानों में सुरक्षा-व्यवस्था के इंतज़ामों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
शनिवार की देर रात तक घटित इन तीनों घटनाओं से यूपी, गुजरात और दिल्ली के लोग दहल गए। घटनास्थलों के पास चीख-पुकार के बीच घंटों राहत अभियान चलाकर बाकी लोगों को बचाने का अभियान चलता रहा। सरकार ने मृतकों के परिजनों और घायलों को आर्थिक सहायता देने की बात कही है।
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