नैनीताल: देहरादून, हरिद्वार और ऊधम सिंह नगर की महिलाएं नहीं हैं सुरक्षित

नैनीताल: देहरादून, हरिद्वार और ऊधम सिंह नगर की महिलाएं नहीं हैं सुरक्षित

 गौरव जोशी, नैनीताल, अमृत विचार। भले ही उत्तराखंड में महिलाओं के सुरक्षित होने के दावे किए जा रहे हैं लेकिन उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ही महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं बीते वर्ष देहरादून में महिलाओं पर 720 हिंसा कि शिकायत दर्ज हुई।

महिला आयोग के पास रोजाना 15 से 20 शिकायत महिला के साथ हो रही हिंसा से जुड़ी दर्ज हो रही है। देहरादून के बाद हरिद्वार जिला दूसरे और ऊधम सिंह नगर तीसरे स्थान पर है। जहां महिलाओं पर हो रहे आपराधिक मामलों के मामले दर्ज हो रहे हैं। महिला सुरक्षा की दृष्टि से आज भी पहाड़ सुरक्षित नजर आ रही है।

मैदानी क्षेत्रों और शहरों की अपेक्षा पहाड़ी जिलों में महिला अपराध के मामले बेहद कम नजर आ रहे हैं। बागेश्वर की महिला सुरक्षित नजर आ रही है। बीते 3 सालों में बागेश्वर जिले में 15 शिकायत राज्य महिला आयोग में दर्ज हुई है। शिकायतों के आधार पर दहेज हत्या,दहेज उत्पीड़न,घरेलू हिंसा, शारीरिक उत्पीड़न,महिलाओं को जान से मारने की धमकी समेत संपत्ति विवाद के मामले तेजी से बड़े हैं। जानकारी देते हुए राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने बताया बीते सालों में उत्तराखंड के महानगरों में महिला हिंसा के मामले तेजी से बड़े हैं। महिला आयोग ऐसे मामलों को बेहद गंभीरता से ले रही है। महिला पर हो रहे विवादों को आयोग के माध्यम से निस्तारित किया जा रहा है।

महिलाओं पर उत्तराखंड में हुई हिंसा 

2022-23      

अल्मोड़ा - 26
बागेश्वर -7
चंपावत -27
चमोली -22
देहरादून -717
हरिद्वार -393
नैनीताल -123
पौड़ी -80
पिथौरागढ़ -45
रुद्रप्रयाग -7
टिहरी -42
उत्तरकाशी -19
ऊधम सिंह नगर-344

 कुल - 1947 दर्ज हुई जिसमे से 1864 शिकायत निस्तारित 

2023-24        

अल्मोड़ा - 21
बागेश्वर   -8
चंपावत -13
चमोली -21
देहरादून -720
हरिद्वार -317
नैनीताल -103
पौड़ी     -84
पिथौरागढ़ -33
रुद्रप्रयाग -11
टिहरी     -36
उत्तरकाशी -22
ऊधम सिंह नगर-300

 कुल      - 1769 दर्ज हुई जिसमे से 1169 शिकायत निस्तारित 

2024-25 में अब तक        

अल्मोड़ा - 02
बागेश्वर   -0
चंपावत -2
चमोली -2
देहरादून -91
हरिद्वार -33
नैनीताल -12
पौड़ी     -10
पिथौरागढ़ -02
रुद्रप्रयाग -0
टिहरी     -4
उत्तरकाशी -0
ऊधम सिंह नगर-32

 कुल      - 195 दर्ज हुई जिसमें से 191 शिकायत निस्तारित