बांदा चित्रकूट लोकसभा : एक दर्जन पर्चे खारिज...12 उम्मीदवार ठोंक रहे ताल
जिला निर्वाचन अधिकारी ने समक्ष हुई नामांकन पत्रों की जांच
बांदा, अमृत विचार। लोकसभा चुनाव में जहां 26 अप्रैल से 3 मई तक नामांकन दाखिल करके दो दर्जन उम्मीदवारों ने चुनाव मैदान में ताल ठोंकी थी, वहीं नामांकन पत्रों की जांच के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने एक-दो नहीं बल्कि पूरे दर्जन भर उम्मीदवारों की प्रत्याशिता पर ग्रहण लगा दिया।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने जांच के दौरान विभिन्न खामियों के चलते 12 उम्मीदवारों के नामांकन खारिज कर दिए। अब चुनाव मैदान में मात्र 12 ही उम्मीदवार एक दूसरे के खिलाफ ताल ठोंक रहे हैं। हालांकि अभी सोमवार को नाम वापसी के लिए तारीख निर्धारित है, लेकिन अब किसी भी उम्मीदवार के नाम वापस लेने की उम्मीदें कम हो गई हैं।
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद शनिवार को नामांकन पत्रों की जांच का काम भी पूरा कर लिया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल की मौजूदगी में एक दर्जन उम्मीदवारों को चुनाव से बाहर करते हुए उनके पर्चे खारिज कर दिए हैं।
खारिज नामांकन पत्रों में विभिन्न खामियां पाए जाने का हवाला दिया गया है। नामांकन पत्रों की जांच के बाद अब चुनाव मैदान में सत्ताधारी भाजपा के आरके पटेल, बहुजन समाज पार्टी के मयंक द्विवेदी, सपा-कांग्रेस गठबंधन से कृष्णा देवी शिवशंकर पटेल समेत राष्ट्र उदय पार्टी के गुलाबचंद्र वर्मा, सरदार पटेल सिद्धांत पार्टी के दिनेश कुमार पटेल, भागीदारी पार्टी के पंचा उर्फ पंचमलाल, अपना दल कमेरावादी के प्रमोद कुमार, लोग पार्टी के बाबूलाल, कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के रामचंद्र सरस, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के श्रीराम सिंह गौर, स्वतंत्र जनताराज पार्टी के सुरेंद्र कुमार और निर्दलीय उम्मीदवार रामचरन ही शेष बचे हैं।
जबकि नामांकन की आखिरी तारीख तक लोकसभा सीट से कुल 24 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए थे। अभी सोमवार का दिन नाम वापसी के लिए निर्धारित किया है, लेकिन अब किसी भी उम्मीदवार के नाम वापसी करने की उम्मीदें बहुत कम रह गई हैं। हालांकि चुनाव की असली तस्वीर नाम वापसी के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी।
इनके नामांकन पत्र हुए खारिज
नाम निर्देशन पत्रों की जांच के बाद सपा से विकल्प रूप में दाखिल शिवशंकर सिंह पटेल समेत विकास इंडिया पार्टी से मोहनलाल, इंडियन पीपुल्स अधिकार पार्टी से उमेश समेत निर्दलीय रामसजीवन, राजकुमार, विजय प्रकाश दास, अरविंद, चंद्रभवन, राजबहादुर, बलबन खान गौरी, प्रकाश चंद्र जायसवाल और अब्दुल सोब्हान नोमानी के पर्चे विभिन्न खामियों के चलते खारिज कर दिए गए हैं।
ऐसे में अब एक दर्जन प्रत्याशियों के चुनाव लड़ने के मंसूबों पर पानी फिर गया है। देखना दिलचस्प होगा कि नामांकन खािरज होने के बाद चुनावी दौड़ से बाहर उम्मीदवार किस प्रत्याशी के खेमे में जाकर समर्थन करते हैं।