बदायूं: मजदूरी करने बाहर गया परिवार, गांव की जमीन पर हो गया कब्जा

शिकायत करने पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ नहीं की कार्रवाई तो कोर्ट की शरण में गया था पीड़ित

बदायूं: मजदूरी करने बाहर गया परिवार, गांव की जमीन पर हो गया कब्जा

बदायूं, अमृत विचार। कम जमीन के चलते एक परिवार दिल्ली और पंजाब में मजदूरी करने लगा। लॉकडाउन लगा तो वह लौट आए। पता चला कि गांव निवासी व्यक्ति ने उनकी जमीन पर कब्जा करके मकान बनवा लिया है। पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की लेकिन आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो पीड़ित ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। कोर्ट के आदेश पर आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

जरीफनगर थाना क्षेत्र के गांव समसपुर कुबड़ी निवासी श्योराज ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उनके तीन और भाई शेर सिंह, रामविलास, रौदास हैं। गांव के खसरा संख्या 322 पर उनकी जमीन है। उनके पिता गेंदनलाल के बाद वारिस में उनका, तीनों भाई और मां अनारकली का नाम अभिलेखों में जुड़ गया था। जमीन कम थी। जिसके चलते वह और उनका परिवार दिल्ली व पंजाब में मजदूरी करने चला गया था। साल 2020 में लॉकडाउन लगने पर वह और उनका परिवार गांव लौट आया। 

जानकारी हुई कि गांव निवासी हुकुम सिंह पुत्र जिलाल ने उनकी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करके घर बना लिया है। लॉकडाउन की वजह से वह आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करा पाए। लॉकडाउन खुलने के बाद उनके शिकायत करने पर हुकुम सिंह ने कहा कि वह जमीन खरीद चुके हैं। वह उस जमीन के मालिक हैं। श्योराज ने कहा कि उनका नाम तो अभिलेखों में दर्ज नहीं है। आरोप है कि हुकुम सिंह ने तमंचा दिखाकर धमकाया। कहा कि शिकायत करने पर जान से मार देंगे। श्योराज डर गए और कहीं शिकायत नहीं कर सके। 

10 नवंबर 2022 सुबह 7 बजे उन्होंने देखा कि हुकुम सिंह उनके और परिवार के अन्य सदस्यों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। शिकायत करने पर आरोप है कि हुकुम सिंह ने उन्हें जान से मारने की नीयत से फायर किया। वह बच गए। शिकायत करने पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो वह कोर्ट की शरण में गए। कोर्ट के आदेश पर हुकुम सिंह के खिलाफ जानलेवा हमला, धमकाने, डर दिखाकर वसूली करने, दूसरे की संपत्ति पर अधिकार जमाने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की गई है।

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