रामनगर: साल दर साल परीक्षार्थियों का घटना परिषद के लिए चिंताजनक

रामनगर: साल दर साल परीक्षार्थियों का घटना परिषद के लिए चिंताजनक

विनोद पपनै, रामनगर, अमृत विचार। उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षाओं में साल दर साल परीक्षार्थियों की संख्या घट रही है, जो चिंता का विषय है। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद के आंकड़ों के मुताबिक हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में परीक्षार्थियों की संख्या हर साल घट रही है। वर्ष 2020 में हाईस्कूल की परीक्षा में संस्थागत एवं व्यक्तिगत परीक्षार्थियों की संख्या 147,155 थी। जबकि वर्ष 2021 में यह संख्या 147725 रही। वर्ष 2022 में 127895 और 2023 में 127844 थी, लेकिन वर्ष 2024 में यह घट कर 112377 पहुंच गई।

इसी तरह इंटरमीडिएट में भी वर्ष 2020 में परीक्षार्थियों की संख्या 119164 थी जो 2021 में घटकर 121705 पहुंच गई। वर्ष 2022 में परीक्षार्थियों की संख्या 111688 पहुंची। वर्ष 2023 में थोड़ा ग्राफ बड़ा तो संख्या123945 पहुंच गई। लेकिन वर्ष 2024 में संख्या घट कर 92020 पहुंच गई। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद के अंर्तगत परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं की साल दर साल संख्या घटना काफी चिंताजनक है। 

 ऐसा नहीं है कि हिंदी मीडियम के विद्यालयों में बच्चों की शिक्षा-दीक्षा में शिक्षक कोई कमी छोड़ रहे हों। मगर शिक्षा के बाजारीकरण की दिशा में कदम रखने से अभिभावक अपने बच्चों को सीबीएसई स्कूलों की ओर दाखिला दिलाने में अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

हिंदी मीडियम विद्यालयों में पढ़े-लिखे बच्चे आज भी देश के उच्च पदस्थ स्थानों में हैं। ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह हिंदी स्कूलों में भी बेहतर शिक्षा दिए जाने के संदेश की अलख घर-घर जगाने के लिए मुहिम चलाए। यदि इस दिशा में कोई कारगर पहल नहीं की गई तो साल दर साल बच्चों की घटती संख्या उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद के भविष्य के लिए चिंता का विषय बन जाएगी।

हर साल परीक्षार्थियों की संख्या में कमी आना चिंता का विषय जरूर है। इसके लिए जल्द शिक्षकों व शिक्षा अधिकारियों की बैठक में चिंतन किया जाएगा।
- विनोद प्रसाद सिमल्टी, सचिव उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर


उत्तराखंड बोर्ड से संचालित होने वाले विद्यालयों में से प्रत्येक ब्लॉक से 2 विद्यालय अटल उत्कृष्ट घोषित कर दिए गए हैं। ये विद्यालय केंद्रीय सीबीएसई से संचालित होते हैं। इसलिए संख्या कम हुई।
- नवेंदु मठपाल, प्रांतीय नेता, राजकीय शिक्षक संघ