JEE Main Result 2024: जेईई मेन सत्र- 2 के नतीजे जारी, मेधावियों ने बढ़ाया शहर का मान, टॉप 10 सूची में शामिल हुए लखनऊ के 10 मेधावी

JEE Main Result 2024: जेईई मेन सत्र- 2 के नतीजे जारी, मेधावियों ने बढ़ाया शहर का मान, टॉप 10 सूची में शामिल हुए लखनऊ के 10 मेधावी

लखनऊ, अमृत विचार। जेईई मेन 2024 सत्र-2 में 78 से अधिक छात्रों ने 99 परसेंटाइल से अधिक अंक प्राप्त किए। 128 से अधिक छात्रों ने 98, 209 से अधिक छात्रों ने 95 और 335 से अधिक छात्रों ने 90 परसेंटाइल से अधिक अंक प्राप्त किए । इनमें 99.99 परसेंटाइल के साथ अंशुमान मिश्रा टॉपर हैं। 99.98 परसेंटाइल के साथ आरोह राय दूसरे, 99.96 परसेंटाइल के साथ श्रेयश सिंह पालीवाल तीसरे स्थान पर हैं। लड़कियों में सान्वी पुरवार ने 99.93 परसेंटाइल हासिल किया है। बताते चले कि इस बार परीक्षा में शहर से पांच हजार बच्चे शामिल हुए थे।

पिता नहीं हैं फिर भी नहीं हारी हिम्मत

99.83 परसेंटाइल के साथ शहर में 9वां स्थान लाने वाले अक्षत त्रिपाठी के पिता अरविंद अनिल त्रिपाठी इस दुनिया में नहीं हैं। उनकी मां दीपा त्रिपाठी ने ही माता-पिता दोनों का फर्ज निभाया है। पिता पेशे से किसान थे लेकिन उनके न रहने पर उन्हें कई चुनौतियों का सामान करना पड़ा लेकिन उनका संघर्ष जारी है। अक्षत ने इसी साल सीबीएसई 12वीं की परीक्षा दी है। कहा कि आईआईटी में प्रवेश मिले इसके लिए वह आगे भी अपनी मेहनत जारी रखेंगे।

पहले ही प्रयास में मार लिया मैदान

अंशुमान मिश्रा ने पहले ही प्रयास में 99.99 परसेंटाइल हासिल कर शहर में पहला स्थान स्थान प्राप्त किया। इसी साल दिल्ली पब्लिक स्कूल से सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा देकर वे परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। उन्हें आईआईटी के शीर्ष कॉलेज में प्रवेश मिलने की उम्मीद है। चाहत कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग करने की है। अब वह एडवांस के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। उन्होंने कहा कि एआई के बढ़ते प्रयोगों के बारे में कहा कि इसमें बेहतर स्कोप है लेकिन सतर्कता भी जरूरी होगी। उनके पिता रविशंकर असिस्टेंट ऑडिट अफसर हैं और उन्होंने उसकी तैयारी में हर कदम पर साथ दिया है।

कंप्यूटर साइंस में कमाना चाहते हैं नाम

आरोह राय ने जेईई मेन 2024 में 99.98 परसेंटाइल हासिल कर शहर में दूसरा स्थान हासिल किया है। पिता शैलेंद्र कुमार बीएसएनल में इंजीनियर हैं जबकि मां संगीता सिंह गृहणी हैं। वे कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई कर इंजीनियरिंग की दुनिया में अपना नाम कमाना चाहते हैं। उनके पिता की भी इच्छा है कि मैं एक इंजीनियर बनकर देश की सेवा करूं, इसी साल उन्होंने सीबीएसई इंटरमीडिएट की परीक्षा दिल्ली स्कूल में दी है। जिसका अभी परिणाम आना बाकी है। आरोह की रुचि खेलों में भी है गणित उनका पंसदीदा विषय है।

कानपुर आईआईटी से पढ़ाई की तमन्ना

युग शर्मा ने 99.92 परसेंटाइल के साथ राजधानी में 5वां स्थान हासिल किया है। वह कड़ी मेहनत कर आईआईटी कानपुर में प्रवेश पाना चाहते है। उन्होंने भी पहली बार में ही सफलता हासिल की है। इसी साल उन्होंने सीबीएसई बोर्ड 12वीं की परीक्षा दी है। अभी परिणाम आना बाकी है। पिता राजकुमार शर्मा एक बिजनेसमैन हैं व मां पूजा शर्मा गृहणी हैं। वह कम्प्यूटर सांइस से ही आगे की पढ़ाई करके इंजीनियरिंग में अपना नाम कमाना चाहते हैं। युग ने बताया कि उनकी इस सफलता के पीछे माता- पिता और शिक्षकों का हाथ है। उन्होंने बताया कि पढ़ाई के लिए उन्होंने एनसीईआरटी की किताबों का प्रयोग किया।

हर दिन पांच घंटे की अतिरिक्त पढ़ाई

सान्वी पुरवार ने 99.93 परसेंटाइल के साथ शहर में चौथा स्थाना है। वह हर दिन स्कूल के बाद अपने घर पर भी 4 से पांच घंटे पढ़ाई करती हैं। सान्वी अकेली हैं जिन्होंने लड़कियों में टॉप-10 में जगह बनाई है। वह कम्प्यूटर साइंस विषय के साथ इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके इंजीनियर बनना चाहती हैं। उनके पिता डॉ अनुपम पुरवार और मां डॉ. सारिका अग्रवाल दोनों ही डॉक्टर हैं उनका अपना निजी अस्पताल है। सान्वी ने बताया कि इस तरह की सफलता के लिए एनसीईआरटी की किताबें काफी सहायक हैं। उनका पंसदीदा विषय गणित है। वह अब आईआईटी में प्रवेश के लिए अपनी तैयारी शुरू करेंगी।

एआई में हासिल करेंगे महारत

99.88 परसेंटाइल के साथ श्रेयांश चतुर्वेदी का शहर में छठा स्थान है। श्रेयांश ने इस बार आईएससी बोर्ड से 12वीं की परीक्षा दी है। अभी परिणाम आना बाकी है। उन्होंने बताया कि उनके पिता डॉ. सौरभ चतुर्वेदी व मां डॉ. रेखा पेशे से डॉक्टर हैं लेकिन वह एक बेहतर इंजीनियर बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं। वह स्कूल के बाद भी हर दिन घर पर 3 से 4 घंटे नियमित पढ़ते थे। वह कम्प्यूटर सांइस में इंजीनियरिंग करना चाहते हैं। श्रेयांश ने बताया कि कम्प्यूटर में कोडिंग व डाटा एनालिसिस के साथ-साथ एआई में भी उनकी रूचि है। उन्होंने कहा कि एआई चुनौती पूर्ण है लेकिन सावधानी की बहुत जरूरत होगी।

तनाव न लें, खेल भी जरूरी

99.83 परसेंटाइल के साथ अनिकेत दिक्षित का शहर में 8वां स्थान है। उन्होंने बातचीत में कहा कि किसी भी विद्यार्थी को पढ़ाई को लेकर बहुत ज्यादा तनाव नहीं लेना चाहिए , जब पढ़ने की इच्छा न हो तो खेल पर फोकस करना चाहिए लेकिन तनाव नजदीक नहीं आने देना चाहिए।अनिकेत की इच्छा है कि उनका एडमिशन आईआईटी कानपुर में हो इसके लिए वह आगे भी मेहनत करेंगे। उनके पिता अरविंद दिक्षित बैंक मैनेजर हैं जबकि मां अमिता दिक्षित एक गृहणी हैं। अनिकेत पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी अपनी रुचि रखते हैं। उनको बैडमिंटन, फुटबाल और शतरंज खेलना बहुत पंसद है। अनिकेत भी कम्प्यूटर साइंस विषय से ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं।

नियमित पढ़ाई से हुए कामयाब

99.79 परसेंटाइल के साथ आर्यन कुमार ठाकुर का शहर में 10वां स्थान है। उन्होंने बताया कि वह स्कूल की पढ़ाई के साथ-साथ हर दिन घर पर भी 5 से 6 घंटा नियमित पढ़ते थे। उनकी रूचि खेलों में भी है।आर्यन के पिता अरुण कुमार डिफेंस में एकाउंट अफसर हैं। जबकि मां जूही ठाकुर गृहणी हैं। आर्यन ने इसी साल सीबीएसई बोर्ड से पढ़ाई करके 12वीं की परीक्षा दी है। आर्यन ने बताया कि उनका प्रयास है कि आईआईटी में उनका प्रवेश हो। इसके लिए वह आगे भी मेहनत करेंगे। आर्यन ने कहा कि उनकी इस सफलता के पीछे उनकी मां जुही ठाकुर और शिक्षकों का हाथ है।

जेईई मेंन में महामना शिक्षण संस्थान के विद्यार्थियों ने परचम लहराया

भाऊराव देवरस सेवा न्यास की ओर से संचालित महामना शिक्षण संस्थान के 15 छात्रों ने प्रथम प्रयास में ही सफलता हासिल की है । संस्थान के सचिव रंजीव तिवारी के अनुसार, कुल 18 छात्रों को निःशुल्क कोचिंग प्रदान की गयी, इनमें से तीन छात्रों ने तो 95 पर्सेन्टाइल से अधिक अंक और 8 छात्रों ने 88 परसेंटाइल से अधिक प्राप्त कर संस्थान का गौरव बढ़ाया है।

कार्तिकेय ने सर्वाधिक 98.31 परसेंटाइल प्राप्त किया। वहीं अमन ने 97.42 तथा परीक्षित देशवाल ने 95.53 परसेंटाइल प्राप्त किया है। संयोजिका डा. अणिमा जामवाल ने बताया कि बालिकाओं में इस वर्ष प्रिया ने प्रथम प्रयास में सर्वाधिक 98.03 परसेंटाइल अंक प्राप्त किए हैं  तीन और बालिकाएं आकांक्षा, प्रतिज्ञा और हर्षिता ने द्वितीय प्रयास में 90 से ऊपर परसेंटाइल प्राप्त करने में सफल रहीं।

न्यास के संरक्षक पद्मश्री ब्रहमदेव शर्मा भाई, दुर्गा शंकर मिश्र मुख्य सचिव, डा. जी एन सिंह (सलाहकार मुख्यमंत्री), प्रमोद तिवारी (पूर्व राज्य सुचना आयुक्त),ई. आदित्य कुमार ,डॉ विक्रम सिंह , डा. विनय गुप्ता, डा. निखिल सिंह, देव प्रकाश मिश्रा, अखिलेश शुक्ला, डा. सौरभ मालवीय, अनघ शुक्ला एवं संचालन समिति के सभी सदस्यों ने सफल विद्यार्थियों को बधाई दी है।

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