हल्द्वानी: गर्मी की मार... उल्टी, दस्त और बुखार...
हल्द्वानी, अमृत विचार। गर्मी बढ़ने के साथ ही लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में इन दिनों डायरिया के मरीज बढ़ गये हैं। हालत ये है कि उल्टी, दस्त और बुखार से पीड़ित गंभीर मरीजों को भर्ती तक करना पड़ रहा है।
डायरिया के बढ़ रहे मामले अब चिंता का सबब बन रहे हैं। अभी गर्मी शुरू ही हुई है और डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन उल्टी, दस्त और बुखार से पीड़ित मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। गंभीर मरीजों को भर्ती करने तक नौबत आ रही है।
यही हाल डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय अस्पताल का है। यहां मेडिसन विभाग की ओपीडी में इस समय जो मरीज आ रहे हैं, उनमें अधिकतर डायरिया से पीड़ित हैं। बेस अस्पताल के पीएमएस डॉ. केके पांडेय ने बताया कि पिछले 10 दिनों में डायरिया के मामले अधिक बढ़ गये हैं। हालांकि स्थिति नियंत्रण में है। अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध हैं। वहीं राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि डायरिया को लेकर अस्पताल के चिकित्सक पूरी तरह से सक्रिय हैं।
बच्चों में भी बढ़ रहा है खतरा
बड़ों के साथ-साथ बच्चों में भी डायरिया का खतरा बढ़ रहा है। राजकीय मेडिकल कॉलेज की बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. ऋतु रखोलिया ने बताया कि बच्चों में डायरिया की समस्या गर्मियों में बढ़ जाती है। माता-पिता को बच्चों का ध्यान रखने की जरूरत है। बाहर का खाना बच्चों को कतई न दें। साथ ही बच्चों के अंदर पानी की कमी न होने दें। उन्होंने बताया कि अभी बच्चों को भर्ती करने के मामले कम आ रहे हैं।
ऐसे करें बचाव
-कटे फलों को तुरंत खाएं, उन्हें रखे नहीं।
-बाहर बिक रहे जूसों से परहेज करें।
-शरीर में पानी की कमी बिल्कुल न होने दें।
-फास्ट फूड समेत बाहर के खाने से परहेज करें।
-धूप में बाहर रहें तो पानी पीते रहें।
-दस्त होने पर ओआरएस पिएं।
-अधिक तबियत खराब होने पर चिकित्सक की सलाह लें।
बेस अस्पताल प्रबंधन नहीं दे रहा रिपोर्ट
डायरिया के अब तक मिले मामलों की संख्या बेस अस्पताल प्रबंधन जिला स्वास्थ्य विभाग को नहीं भेज रहा है। जिस वजह से मरीजों की सही संख्या का आंकलन करने में परेशानी हो रही है। बेस अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 10 से 20 मरीज डायरिया के पहुंच रहे हैं। वहीं डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय अस्पताल में भी दोगुने मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं।