कानपुर: पुलिस ने बंद किया केस, पीड़िता ने पहुंचाया जेल-पढ़िए क्या है पूरा मामला
नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाला 25 हजार का इनामी गिरफ्तार, सीएम आवास और सचिवालय के पास घूमते हुए ठगी करता था
कानपुर, अमृत विचार। हरबंश मोहाल पुलिस ने पांच साल से फरार 25 हजार के इनामी शातिर ठग को गिरफ्तार किया। ठगी के मामले में पुलिस ने तो जांच करके केस ही बंद कर दिया था, लेकिन आरोपी की शिकार महिला ने हार नहीं मानी। महिला ने आरोपी के खिलाफ साक्ष्य जुटा कर पुलिस को सौंपे और दोबारा जांच के आदेश कराए। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को पांच साल बाद गिरफ्तार किया।
नारियल बाजार निवासी शोभा वर्मा ने हरबंश मोहाल थाने में अक्टूबर 2019 में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि मुख्यमंत्री आवास के पास उनकी मुलाकात कृषि विभाग में अधिकारी बताने वाले उदित रंजन अवस्थी से हुई थी। उदित ने कृषि विभाग में क्लर्क की नौकरी का झांसा देकर 1.88 लाख रुपये लिए और फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया था। शोभा ने हरबंश मोहाल थाने में धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेजों समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हरबंश मोहाल पुलिस ने जांच की, लेकिन एड्रेस और साक्ष्य न मिलने की बात कहकर एफआर लगा कर केस बंद कर दिया था।
शोभा वर्मा ने हार नहीं मानी और आरोपी की सारी जानकारी जुटा कर 2023 में हरबंश मोहाल पुलिस को सौंपी। पुलिस ने फिर जांच की और शातिर ठग उदित रंजन उर्फ संजय दुबे उर्फ आनंद कृष्ण तक पहुंची। इसके बाद पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया। पुलिस ने गुरुवार को ठग को गिरफ्तार किया। कलक्टरगंज एसीपी मोहसिन खान ने बताया शातिर के खिलाफ हरबंश मोहाल, कल्याणपुर, कोतवाली के साथ ही कन्नौज, कानपुर देहात, लखनऊ में भी कई मुकदमे दर्ज हैं।
अफसर बनकर बेरोजगारों को बनाता था निशाना
ठग उदित रंजन ने बताया कि वह मुख्यमंत्री आवास और सचिवालय के पास घूमता रहता है। वहां पर काम से आने वाले बेरोजगारों को अफसर बता कर निशाना बनाता था। इसके बाद जाल में फंसाकर लाखों रुपये ठग लेता था। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने लखनऊ के पारा निवासी एक युवती को भी नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी की और दुष्कर्म भी किया था।
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