हल्द्वानी: घर बदले, गलियां बदल दी लेकिन नहीं बदल सके लता और वसीम के रास्ते

हल्द्वानी: घर बदले, गलियां बदल दी लेकिन नहीं बदल सके लता और वसीम के रास्ते

हल्द्वानी, अमृत विचार। लता और वसीम के बीच पिछले करीब तीन साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। राज खुला तो इंद्रानगर में हंगामा हो गया। रिश्तों को बचाने के लिए दोनों के किराए के घर खाली करा दिए गए। दोनों के नए किराए के घर के बीच कई गलियों का फासला हो गया, लेकिन परिवार वाले लता और वसीम के रास्ते नहीं बदल सके। 

लता और वसीम करीब चार माह पहले तक इंद्रानगर में रहते थे। तीन साल से चल रहे प्रेम प्रसंग का जब भंडाफोड़ हुआ तो दोनों परिवारों में तल्खी बढ़ गई। इलाकाई लोगों के विरोध के बाद दोनों के मकान मालिकों ने घर खाली करा लिए। लता का पति राजेश अपने तीन बच्चों कोमल, कृष्णा और शालू को लेकर सावित्री कालोनी में रहने लगा।

वह ई-रिक्शा चला कर परिवार का भरण पोषण कर रहा था। जबकि वसीम अपनी पत्नी फिरदौस और दो बच्चों के साथ शनिबाजार के पास रहने लगा। परिवार को लगा कि घरों के बीच दूरी बढ़ेगी तो शायद दोनों अलग हो जाए, लेकिन ऐसा हुआ। दोनों परिवार की पीठ पीछे और ज्यादा मिलने लगे।

कुछ दिन पहले दोनों ने दिल्ली भागने की योजना बना ली और फिरदौस को इसकी भनक लग गई। रविवार को फिरदौस अपनी महिला मित्र के साथ लता के घर पहुंच गई। उसके साथ मारपीट की और जबरन अपने घर ले आई। यहां पहले वसीम ने जहर ने खाया। हालत बिगड़ी तो उसे एसटीएच ले जाया गया और अस्पताल में ठीक लग रही लता की हालत भी बिगड़ गई। लता की तो रविवार को ही मौत हो गई। जबकि वसीम का अब भी उपचार चल रहा है। 

कई-कई दिन वसीम के साथ मायके में रही लता
लता का मायका सरना पदमपुरी में है। बताया जाता है कि लता कई कई दिन के लिए अपने मायके जाती थी और कई बार वह वसीम को भी अपने साथ लेकर जाती थी। वहां कई दिन रहती और फिर लौटती। राजेश के बड़े भाई ने बताया कि लता के मायके वालों ने भी कभी इस बात का विरोध नहीं किया। मायका पक्ष समझाता तो शायद यह नौबत नहीं आती।


एक साल पहले भी दोनों भाग गए थे बच्चे छोड़कर
राजेश ने बताया कि लता और वसीम ने सारी हदें लांघ दी थी। लता को कई बार बच्चों और समाज का हवाला दिया, लेकिन वह वसीम को छोड़ने को राजी नहीं हुई। जब ज्यादा दबाव डाला तो एक साल पहले दोनों घर से भाग गए। शिकायत पर पुलिस ने दोनों रुद्रपुर से बरामद किया था। वसीम जेल गया और लता की मुचलका भर कर छुड़ाया गया।   

बच्ची बोली, आंटी ने मम्मी का मुंह खोलकर कुछ डाला

राजेश का कहना है कि फिरदौस जब लता को घर से लेकर गई तो सबसे छोटी बेटी भी उसके साथ थी। पूछने पर छोटी बेटी ने बताया कि फिरदौस आंटी ने अपने घर में मम्मी को मारा और जबरदस्ती उनका मुंह खोलकर कुछ डाल दिया। राजेश ने तो सीधा आरोप लगाया है कि फिरदौस व अन्य मारपीट कर जबरन लता को जहर खिलाया है।