दिनचर्या का अनिवार्य अंग होना चाहिए सेवा कार्यः संजय सिंह

राणा प्रताप पीजी कालेज के एनएसएस शिविर का उद्घाटन

दिनचर्या का अनिवार्य अंग होना चाहिए सेवा कार्यः संजय सिंह

सुलतानपुर, अमृत विचार। एनएसएस केवल प्रमाण पत्र में नहीं जीवन में उतरना चाहिए। सेवा कार्य सबकी दिनचर्या का अनिवार्य अंग होना चाहिए। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने देश को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह बातें क्षत्रिय शिक्षा समिति के अध्यक्ष एडवोकेट संजय सिंह ने कहीं।

वह शनिवार को श्री संस्कृत महाविद्यालय करौंदिया में राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। महाविद्यालय प्रबंधक एडवोकेट बालचंद्र सिंह ने कहा कि शिविरार्थियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपने आसपास के उन सभी बच्चों को विद्यालय जाने के लिए प्रेरित करें जो स्कूल नहीं जा रहे हैं।

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एडवोकेट रणजीत सिंह ने कहा कि प्रत्येक स्वयंसेवक को आक्सीजन पैदा करने वाला कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। प्राचार्य प्रो. दिनेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि विद्या तभी फलित होती है जब हम सेवा करते हैं। सेवाकार्य व्यक्ति को पूर्ण बनाता है। संचालन कार्यक्रमाधिकारी डॉ. प्रभात कुमार श्रीवास्तव व आभार ज्ञापन डॉ. बृजेश सिंह ने किया। 

इससे पूर्व मुख्य अतिथि ने एनएसएस ध्वज फहराकर व दीप प्रज्ज्वलित कर शिविर का उद्घाटन किया। समारोह में पूर्व प्राचार्य प्रो एमपी सिंह, पूर्व प्रबंधक एडवोकेट राम बहादुर सिंह, उप प्राचार्य प्रो निशा सिंह आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सोमल ने स्वागत गीत व वैभव ने राष्ट्रीय गीत प्रस्तुत किया। 

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