संभल : पकड़ने की आपाधापी में हुई बेरहमी, वन विभाग की लापरवाही ने ले ली तेंदुए की जान

घर में घुसे तेंदुए को पकड़ने के लिए खाली हाथ पहुंची  वन विभाग टीम, जाल में बंद तेंदुए पर चारपाई डालकर घंटों खड़े रहे कई लोग...होते संसाधन तो न गंवानी पड़ती बेजुबान को जान

संभल : पकड़ने की आपाधापी में हुई बेरहमी, वन विभाग की लापरवाही ने ले ली तेंदुए की जान

संभल, अमृत विचार। जनपद के हयातनगर थाना क्षेत्र में किसान के घर में घुसे तेंदुए को पकड़ने के लिए पहुंची वन विभाग की टीम के पास न तो तेंदुए को बेहोश करने के लिए ट्रेंकुलाइजर इंजेक्शन था और न ही पिंजरा। ऐसे में तेंदुए को काबू करने के लिए उसके साथ जमकर बेरहमी हुई। तेंदुआ जाल में आ गया तो तेंदुए के ऊपर उल्टी चारपाई डालकर कई तो खड़े हो गये। यह लोग तब तक ऐसे ही तेंदुए के ऊपर चढ़े खड़े रहे जब तक कि एक घंटा बाद ट्रेंकुलाइजर इंजेक्शन और पिंजरा वहां पहुंचा। कहा जा रहा है कि इसी वजह से तेंदुए की मौत हुई।

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हयातनगर थानाक्षेत्र के गांव रसूलपुर धतरा में किसान रामकुंवर के घर में तेंदुए के घुस जाने की खबर पर न सिर्फ वन विभाग के कर्मचारी बल्कि रेंजर और डिप्टी रेंजर तक मौके पर पहुंचे। वन विभाग का अमला इस तरह पहुंचा जैसे तेंदुआ उनकी शक्ल देखकर सरेंडर कर देगा। शायद इसी वजह से न तो टीम तेंदुए को बेहोश करने के लिए ट्रेंकुलाइजर इंजेक्शन लेकर गई थी और न ही पिंजरा उसके पास था। ऊपर से घर में बंद बेजुबान को पकड़ने की इतनी जल्दबाजी कि संसाधन पहुंचने का इंतजार किए बिना तेंदुए को पकड़ने में जुट गये।

किसी तरह तेंदुआ जाल में आ गया तो जाल सहित भागने का प्रयास करने लगा। फिर क्या था, तेंदुए को जमीन पर डालकर उसके ऊपर चारपाई उल्टी कर डाल दी गई। इसके बाद कई लोग उस चारपाई पर खड़े गये गये। तेंदुए के हाथ पैर रस्सी से कसकर बांध दिये तब भी उसके ऊपर खड़े लोग नहीं उतरे। जमीन पर पड़ा तेंदुआ एक घंटे तक असहाय पड़ा रहा। एक घंटे बाद जब इंजेक्शन व पिंजरा आया तब तक तेंदुए बेसुध सा नजर आने लगा था। शायद वह मौत के बेहद नजदीक पहुंच चुका था या फिर उसकी मौत हो चुकी थी।

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रात तक छिपाते रहे तेंदुए की मौत की बात
तेंदुए की मौत हो गई तो वन विभाग के अधिकारियों को लगा कि वह कुछ गलत कर बैठ हैं। इसके बाद फजीते से बचने के लिए देर रात तक तेंदुए की मौत की बात को ही छिपाये बैठे रहे। वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने फोन उठाना ही बंद कर दिया। प्रभागीय वनाधिकारी जीबी शेंडे भी तेंदुए की मौत की बात पर चुप्पी साधकर कहते रहे कि हम इस घटना को लेकर प्रेस नोट जारी कर रहे हैं। रात साढ़े आठ बजे के बाद वन विभाग ने प्रेस नोट जारी किया। बताया कि पिंजरे में डालते समय तेंदुए की अवस्था सुस्त एवं निष्क्रिय थी। उसे उपचार के लिए लेकर गये लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। बताया कि इस मामले में एनटीसीए के प्रोटोकॉल के तहत कार्रवाई होगी। पैनल के द्वारा तेंदुए का पोस्टमार्टम कराया जायेगा।

डर के मारे छतों पर जा चढ़े ग्रामीण
गांव रसूलपुर धतरा में रामकुवंर के घर में तेंदुआ आने की सूचना मिलने पर महिलाऐं, बड़े और बच्चे डर की वजह से घरों की छतों पर जा चढ़े। वहीं लोग मोबाइल फोन से जाल में कैद चारपाई के नीचे दबे तेंदुए का वीडियो बनाकर रिश्तेदारों व सोशल मीडिया पर वायरल करते रहे। छतों से लोगों की भीड़ से हटाने के लिए पुलिस बार बार कहती रही। भीड़ रेस्क्यू खत्म होने तक छतों पर ही डटी रही।

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