प्रयागराज: लहसुन का ब्रेक हुआ फेल!, सब्जियों से नहीं खा रहा मेल, मंडियों में दाम पहुंचा 600 रुपए किलो!, गृहणियां परेशान
प्रयागराज। बढ़ती मंहगाई में लहसुन ने भी अपना रंग दिखाना शुरु कर दिया है। मेवे में काजू और सब्जियों में लहसुन कई दिनों से भाव खा रहे हैं। मंडियों में सब्जियों से लहसुन का तालमेल नही खा रहा है। दो दिन पहले के भाव से आज की बात करें तो लहसुन 600 के पार पहुंचने की कोशिश में लगा हुआ है। सब्जियों की फुटकर दुकानों से लहसुन गायब नजर आ रहा है।
प्रयागराज के खुल्दाबाद, नैनी, बघाड़ा, गऊघाट की मंडियो में लहसुन 600 के पार पहुंच रहा है। बीते दो दिनों तक लहसुन का दाम 400 रुपये किलो के भाव से बिक रहा था। बुधवार को मंडी का रेट 600 हो गया। थोक सब्जी व्यापारी 600 रुपये किलो लहसुन बेच रहे हैं।
वहीं फुटकर व्यापारी अपनी दुकानों पर लहसुल रखने से कतरा रहे हैं। फुटकर सब्जी की दुकानों पर 10 से 15 रुपये की एक गांठ लहसुन बेच रहे है। ऐसे में गृहणियों को रसोई का स्वाद बनाने में समस्याएं आ रही हैं।
दुकानदार ने बताया की अभी बाहर से लहसुन आ रहा है यहां की पैदावार नही है। जिसकी वजह से मंहगा बिक रहा है। नवरात्र के पहले सस्ता हो जाएगा।
लहसुन-अदरख के पेस्ट से चल रहा काम
महिला गृहणियों ने बताया कि इस भाव लहसुन का दाम बढ़ने के बाद से पैकेट वाले अदरक लहसुन पेस्ट से काम चलाया जा रहा है। 600 रुपये किलो लहसुन खरीदने से बेहतर है कि 20 रुपये का पैकेट लेकर भोजन बनाने में उपयोग कर लिया जाये।
लहसुन के ठेले पर कोई खरीदार नहीं
लहसुन ने अपना भाव इस कदर बढ़ाया है कि उसके आसपास कोई भटकने तैयार नहीं है। लहसुन के ठेले परकोई खरीदार खड़ा नहीं हो रहा है। अन्य सब्जी की दुकानों परभले ही खरीदार पहुंच रहे हो लेकिन लहसुन खरीदने के लिए कोई भी नहीं पहुंच रहा है। थेली पर सिर्फ दुकानदार और लहसुन दिखाई दे रहे हैं।
मंडी भाव
- गऊघाट- 550 रुपये किलो
- नैनी- 650 रुपये किलो
- खुलदाबाद- 600 रुपये किलो
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