रामपुर : कांग्रेस से टिकट पाने में कौन किस पर पड़ेगा भारी, 11 ने पेश की दावेदारी

मुख्य दौड़ में बेगम नूरबानो, अफरोज अली खां और संजय कपूर शामिल, लोकसभा क्षेत्र के कोआर्डिनेटर भेजेंगे हाईकमान को दावेदारों के नामों की सूची

रामपुर : कांग्रेस से टिकट पाने में कौन किस पर पड़ेगा भारी, 11 ने पेश की दावेदारी

पूर्व सांसद बेगम नूरबानो, पूर्व विधायक संजय कपूर

सुहेल जैदी,अमृत विचार। रामपुर लोकसभा सीट से वर्ष 2024 का चुनाव लड़ने के लिए 11 कांग्रेसी नेताओं ने दावेदारी पेश की है। मुख्य दौड़ में बेगम नूरबानो, अफरोज अली खां और संजय कपूर शामिल हैं। हालांकि, नूरमहल का पलड़ा भारी है क्योंकि, कांग्रेस की राजनीति की धुरी हमेशा से नूरमहल रहा है। पूर्व सांसद बेगम नूरबानो वर्ष 1996 और वर्ष 1999 में लोकसभा का चुनाव जीती थीं। सूत्र बताते हैं कि बेगम नूरबानो चुनाव लड़ने वालों की कांग्रेस की सूची में प्रथम श्रेणी में हैं।

पूर्व सांसद नवाब जुल्फिकार अली खां उर्फ मिक्की मियां के दौर में रामपुर कांग्रेस का गढ़ होता था। जिला पंचायत अध्यक्ष, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष, सभी विधायक और सांसद समेत अधिकतर ग्राम प्रधान कांग्रेस के होते थे। इस विरासत को बेगम नूरबानो ने वर्ष 1996 में लोकसभा चुनाव जीतकर आगे बढ़ाया। इसके बाद वह पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से वर्ष 1998 में चुनाव हार गईं। इसके बाद उन्होंने मुख्तार अब्बास नकवी को वर्ष 1999 में करारी शिकस्त देकर चुनाव जीत लिया।

बेगम नूरबानो वर्ष 2004 में फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा से चुनाव हार गईं। इसके बाद बेगम नूरबानो वर्ष 2009 में एक बार फिर पूर्व सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा से चुनाव हारीं। इस चुनाव के बाद  जिले में कांग्रेस के वोटों का ग्राफ नीचे आना शुरू हो गया। लेकिन, इस बार 11 लोगों की दोवदारी यह दर्शाती है कि एक बार फिर कांग्रेसियों को रामपुर से सीट जीतने की आस नजर आ रही है। पूर्व विधायक अफरोज अली खां वर्ष 2004 में बसपा से लोकसभा चुनाव लड़े थे और वह एक लाख 30000 हजार वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे। दूसरे स्थान पर पूर्व सांसद बेगम नूरबानो रहीं और फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा ने यह चुनाव जीत लिया था। पूर्व विधायक संजय कपूर एक बार बिलासपुर विधानसभा से विधायक रहे चुके हैं।

आजम खां के जेल में होने से कांग्रेस को मिल सकता है लाभ
पूर्व मंत्री आजम खां दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में सीतापुर जेल में बंद हैं। इस मामले में उन्हें और उनकी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा और बेटे अब्दुल्ला आजम को सात साल की सजा हुई है। आजम खां के जेल में बंद होने से लोकसभा चुनाव में इस बार नतीजे चौंकाने वाले हो सकते हैं। क्योंकि नवाबों और आजम खां का हमेशा 36 का आंकड़ा रहा है। इस बार आजम खां जेल में हैं और उनके कहने के मुताबिक, रामपुर जिले में लोकसभा सीट पर सपा का प्रत्याशी घोषित होगा। सूत्र बताते हैं कि आजम खां इस बार कमजोर प्रत्याशी उतारकर नूरमहल को लाभ पहुंचा सकते हैं।

जनपद रामपुर की लोकसभा सीट से कांग्रेस का टिकट पाने के लिए 11 लोगों ने दावेदारी पेश की है। जिले की रिपोर्ट शीघ्र ही हाईकमान को सौंप दी जाएगी। पार्टी का प्रत्याशी कौन होगा, यह हाईकमान को तय करना है।-हाजी इकराम कुरैशी, लोकसभा क्षेत्र कोआर्डिनेटर

ये हैं दावेदार
बेगम नूरबानो, अफरोज अली खां, संजय कपूर, धर्मेंद्र देव गुप्ता, प्रमिल कुमार शर्मा उर्फ निक्कू पंडित, मुतीउर रहमान खां उर्फ बब्लू, आलमगीर अंसारी, हाजी नाजिश आदि शामिल हैं।

ये भी पढ़ें : रामपुर : अब थैले में राशन देंगे डीलर, उपभोक्ताओं को मिलेगी सहूलियत