Kanpur Dehat: बेहमई कांड की बरसी पर अपनों को याद कर छलके आंसू, गांव में बने स्मारक पर मृतकों दी गई श्रद्धांजलि
कानपुर देहात में बेहमई कांड की बरसी पर अपनों को याद कर छलके आंसू
कानुपर देहात, अमृत विचार। बेहमई कांड की बरसी पर बुधवार को स्मारक स्थल पर श्रंद्धाजलि सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान डकैतों की गोली का शिकार बने लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। जिस पर मौजूद लोगों की आंख नम हो गई। लोगों ने हवन पूजन कर दो मिनट का मौंन रखा।
बता दें कि 14 फरवरी 1981 को डकैत फूलन देवी ने गिरोह के साथ बेहमई गांव में लोगों को एक कतार में खडा कर गोलियों से छलनी कर दिया था। जिसमे बीस लोगों की मौत हुई थी। जबकि कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। बेहमई कांड में मृतकों की याद में गांव किनारे स्मारक स्थल बनाया गया है। जहां हर साल बरसी पर लोग मृतकों को श्रद्धांजलि देते है।
बुधवार को बेहमई कांड में मारे गए लोगों के परिजनों ने समेत अन्य लोगों ने स्मारक में पहुंचकर नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। परिवार के लोगों ने रूंधे गले से बताया कि नरसंहार कांड में डकैत फूलन ने अपने साथियों के साथ 20 निर्दोष लोगों को एक कतार में खड़ा कर गोलियों से छलनी कर दिया था। पुलिस की लचर पैरवी व कानूनी दांवपेंच के चलते इंसाफ मे देरी हुई है।
इस दौरान मुकदमे में वादी रहे दिवंगत राजाराम सिंह व घटना के चश्मदीद गवाह रहे दिवंगत जंटर सिंह को भी याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर समाजसेवी लालजी सिंह, पूर्व प्रधान जयवीर सिंह, शिवपाल सिंह, बादाम सिंह, अकबर सिंह, बेनी सिंह, राजेंद्र सिंह, सतेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
हत्याकांड के शिकार लोग
तुलसीराम सिंह, गजेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, जगन्नाथ सिंह, वीरेंद्र सिंह, रामाधार सिंह, शिवराम सिंह, रामचंद्र सिंह, शिवबालक सिंह, बनवारी सिंह पुत्र लाखन सिंह, लाल सिंह, नरेश सिंह, दशरथ सिंह, बनवारी सिंह पुत्र महाराज सिंह, हिम्मत सिंह, हुकुम सिंह, हरिओम सिंह, रामऔतार, तुलसीराम पुत्र धनीराम व नजीर खां।
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