पीलीभीत: नौगवां चौराहा पर प्रदीप का शव रख धरने पर बैठा परिवार, आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग...दो थानों की पुलिस ने मनाया 

पीलीभीत: नौगवां चौराहा पर प्रदीप का शव रख धरने पर बैठा परिवार, आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग...दो थानों की पुलिस ने मनाया 

पीलीभीत, अमृत विचार। एसपी आवास के बाहर युवक के जहर खाकर जान देने के मामले में दूसरे दिन बरेली से पोस्टमार्टम होकर लाए गए शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाते वक्त परिवार नौगवां चौराहा पर शव रखकर सड़क पर ही बैठ गए और आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर धरना प्रदर्शन किया। सूचना पर पहुंची दो थानों की पुलिस ने सवा घंटे बाद बमुश्किल कार्रवाई का आश्वासन देकर परिवार को मनाया। इस दौरान आवागमन भी बाधित रहा और भीड़ लगी रही।

सुनगढ़ी थाना क्षेत्र के ग्राम नौगवां पकड़िया निवासी 26 वर्षीय प्रदीप कुमार पुत्र गुलाबीराम शनिवार सुबह घर से काम पर जाने की बात कहकर निकला और दोपहर करीब 12 बजे उसे पुलिस द्वारा जिला अस्पताल भर्ती कराया गया था। परिजन का कहना था कि उसने पत्नी की ओर से की जा रही ब्लैकमेलिंग और पुलिस से गुहार लगाने के बाद भी लगातार अनसुना किए जाने से आहत होकर एसपी आवास के बाहर जहर खा लिया था। इसकी फोन पर परिजन को सूचना भी दी थी। जिला अस्पताल से रेफर करने के बाद बरेली ले जाते वक्त उसकी रास्ते में मौत हो गई थी। 

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परिवार वालों ने कार्रवाई की मांग की थी। शव का बरेली की बारादरी थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया। इधर, मृतक के पिता की ओर से देर रात  जहानाबाद क्षेत्र के ग्राम बारगौच निवासी मृतक की पत्नी ईशा, ससुर मनोहरलाल, सास मोरकली, साला राहुल के खिलाफ खुदकुशी को विवश करने की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। दूसरे दिन रविवार को बरेली से शव पोस्टमार्टम होकर घर पहुंचा तो चीख पुकार मची रही। घर पर अंतिम संस्कार को लेकर तैयारियां चली और पुलिस भी पूरी तरह से प्रकरण को लेकर निश्चिंत हो गई थी। 

दोपहर करीब तीन बजे शव लेकर परिवार वाले अंतिम संस्कार को श्मशान घाट जा रहे थे। कई अन्य लोग भी गमगीन परिवार के साथ थे। नौगवां चौराहा पर पहुंचते ही परिवार वालों ने शव चौराहे पर रख दिया और सड़क पर बैठ गए। उनकी कहना था कि एफआईआर तो दर्ज कर ली गई लेकिन बेटे की मौत के जिम्मेदार आरोपियों को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई। परिवार के प्रदर्शन का पता लगते ही पुलिस विभाग में खलबली मच गई। 

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कुछ ही देर में इंस्पेक्टर सुनगढ़ी संजीव शुक्ला, कोतवाल नरेश त्यागी पुलिस बल के साथ नौगवां चौराहा पर पहुंचे। परिवार वालों से वार्ता की जाती रही। प्रकरण को लेकर चल रही कार्रवाई से अवगत कराया। परिजन अपनी मांग पर अडिग थे। इसे लेकर पुलिस को मनाने में मशक्कत करनी पड़ी। फिर करीब सवा घंटे बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज होने और निष्पक्ष कार्रवाई की बात कहते हुए किसी तरह शांत कराया। तब जाकर परिजन शव लेकर श्मशान घाट चले गए।

पत्नी की हालत में सुधार, बरेली में चल रहा इलाज
बता दें कि पति की मौत के बाद ससुर की ओर से दर्ज कराई रिपोर्ट में आरोपी बनाई गई मृतक की पत्नी ने भी शनिवार शाम को जहर खा लिया था। उसे मायके वाले बरेली ले गए थे। बताते हैं कि बरेली में ही उसका इलाज चल रहा है। उसकी हालत भी खतरे से बाहर बताई जा रही है।

दर्शाया कलेक्ट्रेट में जहर खाना, पुलिस की लापरवाही का जिक्र नहीं
मृतक के परिजन घटना के बाद शनिवार को खुलकर पुलिस पर आरोप लगा रहे थे कि बेटा प्रदीप न्याय की गुहार लगाने को चक्कर काट रहा था लेकिन पुलिस अनुसना कर रही थी। इंसाफ मिलता नहीं दिखा तो बेटे के जान देने की बात बताई। जिससे पुलिस अधिकारी लगातार इनकार कर रहे थे। बताते हैं कि परिवार को मनाने का भी प्रयास चलता रहा। इसे लेकर जिम्मेदार भी चुप्पी साध गए थे। दंपति के बीच आपसी विवाद का हवाला दिया था। परिवार से भी वार्ता की जाती रही।  अब दर्ज कराई गई रिपोर्ट में जहर खाने वाला स्थान कचहरी के पास का दर्शाया है। साथ ही पुलिस के सुनवाई न करने का भी कोई जिक्र नहीं किया गया है। इसे लेकर भी कई तरह की चर्चाएं होती रही।

इस मामले में मृतक के पिता से तहरीर मिली थी। जिसके आधार पर मृतक की पत्नी समेत चार लोगों के खिलाफ खुदकुशी को विवश करने की एफआईआर दर्ज कर ली गई है। परिजन गिरफ़्तारी की मांग कर रहे थे। उन्हें निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। विवेचना में साक्ष्य के आधार पर सख्त कार्रवाई होगी- संजीव शुक्ला, इंस्पेक्टर सुनगढ़ी। 

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