प्रयागराज: नैचर एंड बर्ड फेस्टिवल कार्यक्रम का संगम पर हुआ आयोजन, दुलारी चिड़िया गौरैया के बारे में पता चली राज की बात!

प्रयागराज। वन विभाग द्वारा नैचर एंड बर्ड फेस्टिवल कार्यक्रम गुरूवार को संगम में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जीएसटी कमिश्नर विजय कुमार, विशिष्ट अतिथि शेष नारायण मिश्रा, डीएफओ महावीर कौजलगी, हॉर्टिकल्चर अधिकारी कृष्ण कुमार चौबे, गंगा टास्क फोर्स के लेफ्टिनेंट कर्नल नहुष मालवीय, एसडीओ संगीता मौजूद रही।
कार्यक्रम में दिल्ली पब्लिक स्कूल के छात्र, सीएमपी डिग्री कॉलेज के छात्र गंगा पहरी, नेहरू युवा केंद्र के स्वयंस्वेक आदि ने प्रतिभाग किया। इस दौरान बर्ड फेस्टिवल पर विशेषज्ञों द्वारा डॉक्टर अर्पित बंसल द्वारा विभिन्न प्रकार की चिड़ियों के बारे में बताया। उनको चिन्हित करने का तरीका बताया और कहा गौरिया विलुप्त नहीं हुई है बल्कि हैबिटेट लॉस के कारण उनका आवास बदल गया है।
इसी कड़ी में ऑनलाइन सेशन से जुड़ी वैज्ञानिक परवीन शेख ने भारत में इंडियन स्किमर के बारे में बताया कि ये पक्षी निचली भूमि की नदियों, झीलों और दलदलों के साथ-साथ तटों और मुहाने पर भी पाए जाते है। इनकी जनसंख्या भारत में 1200 है। लगभग 250 प्रयागराज में है। महावीर कौजलागी ने बताया की वन विभाग की ओर से इन पक्षियों की प्रजाति को बचाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाए जाने सहित इनके अंडों को संरक्षित किया गया है। भारतीय वन्य जीव संस्थान की टीम ने डोल्फिन व उसे संरक्षित करने पर व्याखान दिया।
कार्यक्रम में इसी क्रम में मोबीवॉक मोबाइल फोटोग्राफी प्रतियोगिता भी आयोजित किया गया। जिसमे प्रथम स्थान मोहम्मद अली हाशमी, द्वितीय स्थान एकता मिश्रा, तृतीय स्थान ओजस्वा सिंह को मिला। इसी कड़ी में चिड़ियां इंडियम स्किमर एवम वन्य जीव के संरक्षण पर सराहनीय कार्य कराने वाले युवाओं को सम्मानित किया गया और संगम पर बच्चोब्को बर्ड वाचिंग कराई गई। कार्यक्रम में गंगा टास्क फोर्स द्वारा औषधीय पौधो की प्रदर्शनी भी लगाई गई और बच्चो को जागरुक किया गया। कार्यक्रम में रेंज अधिकारी विभूति नारायण, डीपीओ एशा सिंह, वन दरोगा अभय मिश्रा आदि मौजूद रहे।
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