अयोध्या: इधर विराजेगे राम, उधर हर्षित होंगे घनश्याम...

अयोध्या धाम से 25 किमी दूर छपिया मंदिर में होगा विशेष अनुष्ठान, मनेगा प्राण प्रतिष्ठा उत्सव 

अयोध्या: इधर विराजेगे राम, उधर हर्षित होंगे घनश्याम...

कमर अब्बास, अयोध्या। रामलला के प्राण प्रतिष्ठित होते ही सरयू तट से मात्र 25 किलोमीटर दूर भगवान घनश्याम की जन्मस्थली छपिया मंदिर में रामोत्सव की वृहद तैयारियां की गईं हैं। रामलला को सखा के रुप में मानने वाले भगवान घनश्याम ने रामनगरी में कई वर्षों तक तपस्या की थी। स्वामीनारायण छपिया मंदिर और श्रीरामजन्मभूमि के बीच आध्यात्मिक संगम बताया जाता है। 

यही कारण है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जन्म भूमि अयोध्या धाम में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर छपिया मंदिर में खास उत्साह है। भगवान घनश्याम महराज की जन्मस्थली स्वामिनारायण मंदिर में अनेक सांस्कृतिक और धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जायेगा। जिसमें गुजरात सहित विदेशों से भी हरि भक्त शामिल होगें। इसे लेकर तैयारियां तेजी से चल रही है।

मंदिर के महंत देव स्वामी और कोठारी विष्णु स्वामी ने शनिवार को 'अमृत विचार 'से दूरभाष पर बताया भगवान घनश्याम महराज की जन्म स्थली स्मारक निज मंदिर और पवित्र नारायण सरोवर को सजाया जा रहा है। महंत स्वामी ने बताया प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर अखंड स्वामिनारायण का धुन के साथ पूजन अर्चन और कीर्तन का किया जायेगा।

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मनेगा दीपोत्सव, सजेगी घनश्याम स्थली 

भगवान घनश्याम महराज की जन्मस्थली स्वामिनारायण मंदिर में सोमवार 22 जनवरी को को भव्य दीपोत्सव मनाया जायेगा।फूलों और मालाओं से पूरे परिसर को सजाया जायेगा। नारायण सरोवर पर समूह आरती भक्तों द्वारा की जायेगी। 5100 दीपों से भगवान राम और घनश्याम का दीपदान किया जायेगा।

पीएम मोदी के गुजरात से आयेगें संत और हरिभक्त

प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को गुजरात से अनेक संत और हरिभक्त छपिया मंदिर पहुंच रहे हैं।संत और हरिभक्त भगवान घनश्याम महराज का दर्शन करने के लिए छपिया मंदिर आयेगे। महंत स्वामी ने बताया कि अयोध्या में गुजरात से आये संत भगवान घनश्याम महराज का दर्शन पूजन करेंगे और रामोत्सव में शामिल होगें। 

अयोध्या धाम और छपिया धाम का है अटूट संबंध.. 

मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या धाम और भगवान घनश्याम महराज की जन्मस्थली स्वामिनारायण मंदिर का अटूट संबंध है। यहां भगवान घनश्याम महराज कई वर्षों तक रहे और तपस्या की। उन्होंने तप करते हुए अनेक प्रकार की लीलाएं। छपिया मंदिर के स्वामी ने बताया कि अयोध्या धाम में भी स्वामिनारायण भगवान का भव्य मंदिर बना हुआ है।

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