पीलीभीत: जर्जर और झूलते तारों से शहरवासी परेशान, आखिर कब होगा समाधान?

पीलीभीत: जर्जर और झूलते तारों से शहरवासी परेशान, आखिर कब होगा समाधान?

पीलीभीत, अमृत विचार: अभी एक दिन पहले ही बरखेड़ा क्षेत्र के अधकटा गांव में निकाली जा रही धार्मिक यात्रा में पुष्प अर्पित करने के लिए पहुंची दो महिलाओं की ट्रैक्टर ट्रॉली की टक्कर से क्षतिग्र्रस्त हुए खाली पोल से दबकर मौत हो गई थी। जबकि तीसरी महिला गंभीर रुप से घायल हुई। जिसका इलाज अभी चल रहा है।

WhatsApp Image 2024-01-19 at 7.15.10 PM

इस हादसे के बाद ग्रामीणों ने एक साल से अधिक समय बाद भी पावर कारपोरेशन द्वारा खाली पोल न हटवाए जाने की बात कहते हुए लापरवाही को हादसे का जिम्मेदार ठहराया था।  वहीं, गांव को छोड़िए शहर का हाल भी बेहतर नहीं है।

WhatsApp Image 2024-01-19 at 7.14.33 PM

बिजली की अघोषित कटौती की मार झेलते आ रहे शहरवासियों के लिए जर्जर संसाधन हादसे का सबब बने हुए हैं। मुख्य मार्गों से लेकर आम गली मोहल्लों में बिजली के झूलते तार राहगीरों के सिर पर काल की तरह मंडरा रहे हैं। मकान-दुकानों के पास तारों के मकड़जाल हैं। इनके सुधार के लिए कोई ठोस कदम शहरी क्षेत्र में नहीं उठाए जा सके हैं।

ये हाल तब है जब बिजली विभाग की लापरवाही कई बार हादसे का सबब बन चुकी है। मोहल्ला मोहम्मद वासिल निवासी एक ठेकेदार के मकान के पास से बिजली के तार गुजर रहे हैं। बीते सालों में बारिश के बाद उनके मकान में कई बार करंट उतर चुका था। जिसमें विद्युत संचालित उपकरण फुंक गए थे।

जैसे-तैसे परिवार वालों ने अपनी जान बचाई थी। इसके अलावा मोहल्ला आसफजान के भी एक मकान में करंट उतरा था। गलियों का हाल ऐसा है कि फाल्ट होने के बाद सड़क पर खड़े होकर ही लोग सुधार कर देते हैं। तारों इतने नीचे लटक रहे हैं कि सीढ़ी की भी जरुरत नहीं पड़ती।

मोहल्ला पूरनमल, तखान, सुनगढ़ी, आवास विकास, एकता नगर समेत कई अन्य इलाकों में  भी कोई पुरसाहाल नहीं है।  पेड़ों के बीच से भी तार गुजर रहे हैं। उन पर टहनियां टूटकर गिरती हैं। जिसके बाद कई बार टूटे तारों की चपेट में आकर लोग जान भी गंवा चुके हैं।  जबकि समय-समय पर पेड़ों की छटाई कराने का प्रावधान है। मगर, यह सब कागजों और बयानों में ही पूरा किया जाता है। अभी भी तमाम जगह इसी तरह  से तारों पर पेड़ों की टहनियां टिकी हुई हैं।

दृश्य एक: दूधिया मंदिर मार्ग
शहर के प्राचीन दूधिया मंदिर रोड पर दिनभर आवाजाही रहती है। कई बार यहां आपस में टकराने के बाद तार टूटकर गिर भी चुके हैं। श्रद्धालुओं की आवाजाही रहती है। कई स्कूल भी हैं, इसके बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। घरों के नजदीक भी तारों के झुंड पहुंच गए हैं।

दृश्य दो : पूरनमल
शहर का मोहल्ला पूरनमल घनी आबादी का इलाका है। कई गलियां सकरी हैं। यहां पर तारों के मकड़जाल के साथ ही कई गलियों में तार इतना नीचे आ चुके हैं, कि राहगीर हाथ ही छू लें। वाहन निकालते वक्त तो हादसे का डी बना रहता है। मगर सुधार नहीं हो सका है।

दृश्य तीन: लाल रोड
बिजली के जर्जर तारों की हकीकत को बयां करती  ये तस्वीर व्यस्ततम लाल रोड की है। मुख्य बाजार में नो एंट्री लागू होने के कारण इस मार्ग पर दिन में ट्रैफिक अधिक रहता है।  स्कूली बच्चों के वाहन भी गुजरते हैं।  इस इलाके में बिजली कटौती की दिक्कत अधिक  रहती है। तारों की बात करें तो टूटने के बाद जोड़े गए तारों को लकड़ी की फंटियों से बांधकर सप्लाई सुचारू कराई जा रही है।

दृश्य चार: रेलवे स्टेशन रोड
रेलवे स्टेशन रोड पर मुख्य बाजार से सटे गैस  चौराहा के पास की इस तस्वीर से आकलन किया जा सकता है कि शहर में बिजली सप्लाई के संसाधनों का हाल किस तरह जर्जर है। तारों के मकड़जाल हैं। प्रतिष्ठानों से सटकर ही तार गुजर रहे हैं। जिससे हादसे का खतरा बना रहता है। मगर लंबे समय बाद भी सुधार नहीं हो सका है।

बिजली व्यवस्था का हाल बेहद खराब है। आए दिन फाल्ट के नाम पर बत्ती गुल रहती है। लंबे समय से सुनते आ रहे हैं कि जल्द  सुधार होगा। मगर व्यवस्था जस की तस बनी हुई है---  जय गंगवार, गैस  चौराहा।

मुख्य मार्गों पर ही बिजली के संसाधन जर्जर है। आम गली मोहल्लों में तो और बुरा हाल है। कई बार तार टूटकर गिरने से हादसे टल चुके हैं। मगर शिकायत के बाद सिर्फ आश्वासन ही दे दिया जाता है---  बबलू, दूधिया मंदिर मार्ग।

शहर की किसी भी सड़क और गली में चलें जाएं। हर तरफ बिजली के तार झूलते और तारों के मकड़जाल दिखाई देंगे। न तो सप्लाई में सुधार हो सका है, न ही जर्जर संसाधन बदले जा सके हैं। पता नहीं कब सुधार होगा--- रिंकू प्रजापति, कुंवरगंढ़।

गलियों में तार इतना नीचे आ  चुके हैं कि जब खराबी होती है तो सीढ़ी की भी जरुरत न पड़े। जब किसी वाहन पर सामान लोड होकर गुजरता है तो डर लगता है कि कोई हादसा न हो जाए। इसका सुधार जल्द होना चाहिए----  भगीरथ, पूरनमल।

रिवैम्पड योजना के तहत जर्जर तारों को बदलने, ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाने समेत कई बिंदुओं पर काम होना है। इसे शहरी क्षेत्र में शुरू भी किया जा चुका है।  स्थान  चिन्हित किए जा चुके हैं। जल्द ही और बेहतर व्यवस्था होगी--- जहांगीर आलम,  अवर अभियंता पावर कॉरपोरेशन।

यह भी पढ़ें- पीलीभीत: 48 घंटे से पिंजड़े के पास ही डेरा जमाए बैठी बाघिन, तीसरे दिन भी पकड़ से बाहर

ताजा समाचार

लखनऊ: यूपी एनसीसी निदेशालय प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 की याद में चलाएगा साइकिल अभियान
मेलबर्न क्रिकेट क्लब ने सचिन तेंदुलकर को क्लब सदस्यता से किया सम्मानित, एमसीसी में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज  
Manmohan Singh Death: मोदी मंत्रिमंडल ने दो मिनट का मौन रख कर मनमोहन सिंह को दी श्रद्धांजलि, परित किया शोक प्रस्ताव
संभल हिंसा के बाद प्रशासन का एक्शन, जामा मस्जिद के सामने बनाई जाएगी पुलिस चौकी
भगदड़ मामले में अदालत के समक्ष पेश हुए अभिनेता अल्लू अर्जुन, नियमित जमानत की याचिका दायर की
Bareilly: नए साल में इन लोगों के कट जाएंगे राशन कार्ड, जानें वजह