देहरादून: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया सीमांत जोशीमठ ढाक से 35 इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का लोकार्पण

देहरादून, अमृत विचार। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों को मुख्यधारा का हिस्सा मानती है न कि बफर जोन। आज नए भारत का नया आत्मविश्वास है। पहाड़ों पर बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है। लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सेना को प्रतिकूल परिस्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने में मदद करने के लिए पहाड़ियों पर सेना तैनात की जा रही है।
रक्षा मंत्री सिंह ने शुक्रवार को सीमांत क्षेत्र जोशीमठ ढाक से बीआरओ द्वारा निर्मित 35 इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का लोकार्पण करते हुए देश को समर्पित किया। इनमें 7 राज्यों की 6 सड़कें और 29 पुल शामिल हैं। परियोजनाओं को बीआरओ ने 670 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया है।
रक्षामंत्री ने कहा कि, एक समय था जब सीमा पर बुनियादी ढांचे के विकास को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता था। सरकारें इस मानसिकता के साथ काम करती थीं कि मैदानी इलाकों में रहने वाले लोग ही मुख्यधारा के लोग हैं। उन्हें चिंता थी कि सीमा पर घटनाक्रम का इस्तेमाल दुश्मन द्वारा किया जा सकता है। इसी संकीर्ण मानसिकता के कारण सीमावर्ती क्षेत्रों तक विकास कभी नहीं पहुंच सका। ये सोच आज बदल गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार देश की सुरक्षा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। हम इन क्षेत्रों को बफर जोन नहीं मानते। ये हमारी मुख्यधारा का हिस्सा हैं।
सीमांत क्षेत्रों में आवागमन हुआ सुगम
इन लोकार्पित परियोजनाओं में उत्तराखंड में 3 पुल, जम्मू-कश्मीर में 1 सड़क व 10 पुल, लद्दाख में 3 सड़कें व 6 पुल, हिमाचल प्रदेश में 1 पुल, सिक्किम में 2 सड़कें, अरूणाचल प्रदेश में 8 पुल तथा मिजोरम में 1 पुल हैं। उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले जोशीमठ-मलारी मार्ग पर ढाक ब्रिज व भापकुंड ब्रिज और सुमना-रिमखिम मोटर मार्ग पर रिमखिम गाढ़ ब्रिज 33.24 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए है, जिससे सीमांत क्षेत्रों में आवागमन सुगम हो गया है।
प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में तेजी से हो रहा विकास
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य के सामरिक, धार्मिक व पर्यावरणीय महत्व को समझते हुए बड़ी परियोजनाओं पर काम शुरू किया गया है। चारधाम ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश- कर्णप्रयाग रेलवे लाइन, सीमांत क्षेत्र विकास परियोजना व पर्वतमाला जैसी योजनाएं विकास के साथ-साथ सुरक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखंड राज्य में तेजी से विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है। उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के साथ पूरे मनोरथ से काम कर रही है। सीमावर्ती क्षेत्रों में अवसंरचना विकास कार्यों को गति प्रदान करने के लिए बीआरओ बधाई का पात्र है।