कानपुर: डॉक्टर और स्टाफ पर लापरवाही का आरोप, हंगामा
सुबह आई गर्भवती, शाम को हुआ ऑपरेशन, डॉक्टर बोला बच्चा चार दिन पहले खत्म हो चुका
कानपुर, अमृत विचार। निजी अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही से एक घर में आने वाली खुशियां (बच्चे की सांसे) छीन गई। जबकि महिला की हालत अभी स्थिर नहीं हो सकी है। इस पर परिजनों ने शुक्रवार देर शाम अस्पताल में हंगामा किया और डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की। सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजन व अस्पताल में मौजूद स्टाफ से पूछताछ की।
रानीघाट निवासी अतुल शुक्ला ने बताया कि पत्नी गौरवी (28) का इलाज ग्वालटोली स्थित जीवन ज्योति अस्पताल में डॉ.गुजनू सिंह से चल रहा था। डॉक्टर ने पांच जनवरी को प्रसव की तारीख दी थी। लेकिन पत्नी को एक जनवरी को प्रसव पीड़ा होने लगी, जिसपर उसे दिखाने अस्पताल लाए। यहां पर डॉक्टर ने अभी समय नहीं हुआ है, यह कहकर अस्पताल से घर भेज दिया।
पांच जनवरी को पत्नी को अधिक दर्द होने पर सुबह करीब 10 बजे परिजन लेकर पहुंचे। आरोप है कि अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं मौजूद था और स्टाफ नर्स ही थी। जब परिजनों ने नाराजगी जाहिर की, तब स्टाफ ने किसी डॉक्टर को बुलाया। जबकि जो इलाज कर रहीं थीं, वो डॉक्टर नहीं आई।
डॉक्टर पत्नी को करीब साढ़े बजे ऑपरेशन कक्ष में ले गई, जहां करीब दो घंटे चले ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने बताया कि बच्चा मृत पैदा हुआ है, जिसकी मौत करीब तीन या चार दिन पहले ही गर्भ में हो गई थी। यह सुनते ही परिजनों का पारा हाई हो गया। उन्होंने डॉक्टर व स्टाफ के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया।
हंगामे की सूचना पर ग्वालटोली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच की। ग्वालटोली थाना प्रभारी पवन कुमार ने बताया कि मामले के संबंध में अभी फिलहाल कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। वही, परिजन अगर चाहते है तो उनकी मांग पर बच्चे के शव को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
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