अमरोहा: निरीक्षक और मच्छरट्टा चौकी इंचार्ज समेत नौ पुलिसकर्मी लाइन हाजिर

अमरोहा, अमृत विचार। विवादित भूमि पर कब्जा दिलाने पहुंचे नौ पुलिसकर्मी दंडित हो गए। पुलिस अधीक्षक ने शहर कोतवाली में तैनात अपराध निरीक्षक व मच्छरट्टा चौकी इंचार्ज समेत नौ पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया है। विभागीय जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि कार्रवाई के दौरान राजस्व विभाग का कोई जिम्मेदार मौके पर नहीं था।
मामला शहर में कैलसा बाईपास का है। यहां गंगाराम सैनी और जाहिद के बीच भूखंड के स्वामित्व को लेकर विवाद था। सीओ सिटी विजय कुमार राणा की मानें तो बुधवार सुबह शहर कोतवाली पुलिस की टीम सिविल कोर्ट के आदेश पर विवादित जमीन पर कब्जा दिलाने पहुंची थी। इसे लेकर दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। मौके पर कोई राजस्वकर्मी मौके पर नहीं था। मामले की शिकायत एसपी कुंवर अनुपम सिंह से कर दी गयी।
एसपी ने मामले की जांच कराई तो शहर कोतवाली में तैनात अपराध निरीक्षक एके त्यागी समेत नौ पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध मिली। इस आधार पर एसपी ने अपराध निरीक्षक एके त्यागी समेत मच्छरट्टा चौकी इंचार्ज पुष्पेंद्र राठी, हेड कांस्टेबल सुधीर तोमर, महिला कांस्टेबल नाजमा, कांस्टेबल हर्ष कुमार, सौरभ सिंह, स्वदेश सिंह, संदीप कुमार व दीपक कुमार को लाइन हाजिर कर दिया। बड़ी कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
चर्चा है कि स्थानीय भाजपा नेता ने एसपी से इस मामले पुलिस टीम पर कब्जा दिलाने के एवज में एक पक्ष से सुविधा शुल्क लेने का आरोप लगाया था, लेकिन जांच में इसकी पुष्टि नहीं हो पायी। पुलिसकर्मियों को बिना राजस्व अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचने को लापरवाही मानते हुए यह कार्रवाई की है।
विवादित जमीन का मामला था जिसमें, पुलिसकर्मी बिना राजस्व विभाग के कर्मचारियों के मौके पर चले गए थे। पुलिस पर गलत तरीके से कब्जा दिलाने का आरोप लगा है। मौके पर कोई अधिकारी भी नहीं था। प्रकरण में इंस्पेक्टर व चौकी इंचार्ज समेत नौ पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। मामले की विस्तृत जांच करायी जा रही है।-कुंवर अनुपम सिंह, एसपी
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