प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद के शूटर अरमान की संपत्ति चिन्हित, गैंगस्टर एक्ट में होगी कुर्क

प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद के शूटर अरमान की संपत्ति चिन्हित, गैंगस्टर एक्ट में होगी कुर्क

प्रयागराज। उमेश पाल और उसके दो सरकारी सुरक्षाकर्मियों की हत्या के मामले में वांछित पांच लाख के इनामी शूटर अरमान की संपत्ति को भी चिह्नित किया गया है। जल्द ही उसकी प्रापर्टी को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया जाएगा। पांच लाख के इनामी अरमान के कुछ करीबियों पर कार्रवाई करने की बात सामने आ रही है। फरवरी माह में हुई हत्या के बाद से शूटर अरमान पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।

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अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या फरवरी में उनके घर के समीप गोलियों से भून कर की गयी थी। उस दुस्साहिक घटना मे शूटर अरमान भी गोली चलाते सीसी टीवी में देखा गया था। घटना के बाद से फरार अरमान पर पांच लाख का इनाम घोषित किया गया। शूटर अरमान लगातार फरार चल रहा है। अभियुक्त मूलरूप से सासाराम बिहार का निवासी है। वह यहां कैंट थाना क्षेत्र के राजापुर मुहल्ले में रहता था और सिविल लाइंस में कबाब पराठा बिरयानी की दुकान चलाता था।

सूत्रों के मुताबिक अरमान ने सिविल लाइंस में दुकान भी खरीदी थी, जिसके लिए अपराध से अर्जित पैसा इस्तेमाल किया गया था। मकान के स्वामित्व की छानबीन में भी कई अहम सबूत मिले हैं। जिसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों का यह भी कहना है कि अरमान का कई पुलिसकर्मियों से ताल्लुकात थे। एक दारोगा उसकी बाइक पर बैठकर घूमता था। हालांकि पुलिस उमेश पाल हत्याकांड में सभी अभियुक्तों की संपत्ति पर कार्रवाई कर रही है। शूटरों के मददगार और सहयोगियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

नफीस लंगड़ा के बिजनेस पार्टनर्स में दो पत्रकारों का आ रहा नाम

नफीस बिरयानी उर्फ़ लंगड़ा अशरफ का करीबी दोस्त है। उसके बिजनेस में भी अशरफ ने काफी मदद की थी। नफीस के बिज़नेस में लाखों रुपए को खपाया गया था। नफीस के काले कारोबार में प्रयागराज के दो बड़े पत्रकारो का नाम भी सामने आया है, जिसे पुलिस ने अभी गोपनीय रखा है।

पुलिस सूत्र के मुताबिक दोनो पत्रकारों को जल्द ही IS 227 गैंग लिस्ट में शामिल करने की तैयारी की जा रही है। पत्रकारिता की आड़ में ये लोग IS 227 गैंग की मदद करते थे। वहीं यहां एक खास बात और सामने आई है कि कोरोना काल के समय माफिया अशरफ के साले को बकायदा अपने न्यूज़ ग्रुप में भी इन लोगों ने जोड़ रखा था।

माफिया अशरफ के बिजनेस पार्टनर से अपने परिवार के नाम जमीन की रजिस्ट्री भी करा रखी है। फिलहाल अभी इस मामले में पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा कुछ भी बोलने से इनकार किया है। मामले में जांच की बात कही है।

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