लखनऊ: हिस्ट्रीशीटर और दरोगा पर अपराध व लूट का मुकदमा दर्ज, जानें पूरा मामला
आजमगढ़ के कपड़ा कारोबारी के मामले की जांच में जुटी पुलिस
लखनऊ, अमृत विचार। आजमगढ़ के कपड़ा कारोबारी का अपहरण कर निरालानगर के एक गेस्ट हाउस में बंधक बनाकर लूटपाट किए जाने के मामले हिस्ट्रीशीटर समेत दरोगा व अन्य पुलिसकर्मियों पर संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। हालांकि, मामले को तूल पकड़ता देख हसनगंज प्रभारी निरीक्षक राजकुमार ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस पूरे खेल में हसनगंज प्रभारी निरीक्षक की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो गया है। प्रभारी निरीक्षक की शिथिलता चलते पुलिस विभाग की किरकिरी हो रही है।
गौरतलब है कि गत 29 नवम्बर को आजमगढ़ जनपद के बिजनौर भोगनावाला निवासी कपड़ा कारोबारी इश्तियाक ने पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी थी कि उसे आजमगढ़ के बस स्टैंड से कुछ लोगों ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए उसका अपहरण कर लिया है। इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने हसनगंज थानाक्षेत्र अन्तर्गत निरालानगर के चरन गेस्ट हाउस में बंधक बना लूटपाट कर उससे मारपीट की।
मामला तूल पकड़ने पर हसनगंज पुलिस ने सर्विलांस की मदद से अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी। तो वहीं, आलाधिकारियों ने भी मामले को संज्ञान में लेते हुए निष्पक्ष जांच कराए जाने का निर्देश दिए। हसनगंज प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक, बीती 29 नवम्बर को पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना मिलते ही पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची। जहां पर कपड़ा कारोबारी इश्तियाक के संग दोस्त शेखर उर्फ चुन्नू मौजूद था।
पूछताछ में पीड़ित ने पूरा घटनाक्रम बताते हुए बताया कि आरोपितों ने 20 हजार की नकदी और करीब 50 हजार रुपए कीमत के गर्म कपड़े लूटने के बाद 1.20 लाख रुपए की फिरौती मांगी। जांच के दौरान पता चला कि इस अपहरण में हसनगज थाने में ही तैनात दरोगा अनुराग द्विवेदी, मुख्य आरोपी यूसुफ हुसैन, हिस्ट्रीशीटर दिनेश गुप्ता, नसीम, श्रवण साहू हत्याकाण्ड में बर्खास्त सिपाही धीरेन्द्र यादव और शेखर उर्फ चुन्नू कुमार सिंह ने वारदात को अंजाम दिया। बताया कि अधिकारियों के निर्देश पर हिस्ट्रीशीटर और दरोगा व अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ हसनगंज थाने में आईसीपी की लूट,अपहरण, बलवा समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
साथी के चोर होने की बात कहकर किया अपहरण
पीड़ित कपड़ा कारोबारी इश्तियाक ने बताया कि वह आजमगढ़ के बस स्टैंड पर कपड़े बेच रहा था। इसी बीच कुछ शख्स उसके पास आए और खुद को पुलिसकर्मी बताने लगे। इस दौरान अपहरणकर्ताओं ने उससे कहा कि तुम्हारा साथी चोर है। इसके बाद उसे अगवा कर लिया गया।
थाने में तैनात दरोगा अनुराग द्विवेदी, मुख्य आरोपी यूसुफ हुसैन, हिस्ट्रीशीटर दिनेश गुप्ता, नसीम, श्रवण साहू हत्याकाण्ड में बर्खास्त सिपाही धीरेन्द्र यादव, शेखर उर्फ चुन्नू कुमार सिंह का नाम इस वारदात में उजागर हुआ है। हालांकि गैर जनपद में हसनगंज पुलिस की अवैध वसूली के लिए यह पहली दबिश नहीं है। अप्रैल 2023 में भी हसनगंज पुलिस ने बिना जीडी पर रवानगी कराए बर्खास्त सिपाही धीरेन्द्र यादव के साथ बाराबंकी जनपद में दबिश दी थी।
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