रामपुर: नैनीताल हादसा- चार गांव...पांच अर्थी...हर आंख हुई नम, घरों में नहीं जले चूल्हे

अंतिम यात्रा में राज्यमंत्री सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने की शिरकत, एक टूर ट्रिप लील गई पांच दोस्तों की जिंदगी

रामपुर: नैनीताल हादसा- चार गांव...पांच अर्थी...हर आंख हुई नम, घरों में नहीं जले चूल्हे

रामपुर, बिलासपुर, अमृत विचार: नैनीताल की खूबसूरत वादियों में घूमकर घर वापस लौट रहे पांच दोस्तों की खाई कार में पलटने से कार सवार चार गांवों के पांच युवकों की मौत हो जाने से गांवों में मातम का पसर गया। उधर, देर रात उत्तराखंड के हल्द्वानी में पोस्टमार्टम के बाद सभी मृतकों के शव घर पहुंचने पर कोहराम मच गया।

 बताते चलें कि क्षेत्र के बिजली फार्म निवासी रविप्रताप सिंह (27) पुत्र बलवीर सिंह, इसी गांव के सुखमीत सिंह (26) पुत्र इकबाल सिंह, जगरूप सिंह (25) पुत्र अमरीक सिंह निवासी गांव रतनपुरा, गुरसेवक सिंह (26) पुत्र मलकीत सिंह निवासी गांव बारादरी, जगजीत सिंह (23) पुत्र जीत सिंह निवासी गांव सिकरौरा समेत पांचों दोस्त कार से नैनीताल घूमने गए थे। वहां से देर रात पांचों युवक घर लौटने लगे थे।

इसी बीच रात्रि में उनकी कार अनियंत्रित होकर पहाड़ से खाई में गिरी थी। कार सवार पांचों युवकों की मौत हो गई थी। उधर, जब शनिवार रात करीब एक बजे पोस्टमार्टम के बाद सभी पांचों शव घर पहुंचे, तो कोहराम मच गया। रविवार को परिजनों के साथ-साथ अन्य ग्रामीणों की भी आंखे भर आईं। एक साथ पांच युवकों की मौत ने सभी को हिलाकर रख दिया।

परिजनों के चेहरे देखकर हर किसी की आंखों से आंसू निकल रहे थे। किसी ने सोचा भी नहीं था, एक साथ पांच दोस्तों की मौत इस तरह हो जाएगी। मृत युवकों के चेहरे को देखकर कोई भी अपना आंसू नहीं रोक पा रहा था। पीड़ित परिवारों के घरों पर सैकड़ों लोगों की भीड़ थी। परिवार के माता-पिता एवं अन्य की चीख-पुकार से हर किसी का कलेजा फट रहा था।

पीड़ित परिवारों को लोग ढांढस बंधा रहे थे। नैनीताल घूमने गए पांचों दोस्तों ने कभी यह नहीं सोचा होगा कि उनकी यह आखरी ट्रिप है। गम और कोहराम के बीच परिजनों द्वारा अलग-अलग गांवो के सभी पांचों मृतक युवकों का उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। साथ ही युवकों की अंतिम शव यात्रा में क्षेत्रीय ग्रामीणों की भारी भीड़ देखी गई। अंतिम संस्कार में राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख भी मौजूद रहे।

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