भारत और नेपाल के बीच सूर्य किरण सैन्य अभ्यास आज से शुरू

भारत और नेपाल के बीच सूर्य किरण सैन्य अभ्यास आज से शुरू

नई दिल्ली। नेपाल के 334 सैन्यकर्मियों की एक टुकड़ी 17 वें संयुक्त सैन्यभ्यास सूर्य किरण में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार को भारत पहुंच गयी। आज से शुरू हो रहा यह अभ्यास सात दिसंबर तक उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में होगा। यह सैन्यभ्यास वार्षिक कार्यक्रम है और दोनों देशों में बारी-बारी से आयोजित किया जाता है।

ये भी पढ़ें - कर्नाटक: भाजपा और जद(एस) ने की कांग्रेस सरकार के निर्णय की आलोचना, कहा- मकसद शिवकुमार को बचाना 

अभ्यास में हिस्सा लेने वाली 354 सैन्‍य कर्मियों की भारतीय टुकड़ी का नेतृत्व कुमाऊं रेजिमेंट की एक बटालियन द्वारा किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ नेपाल सेना की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व तारा दल बटालियन कर रही है। सैन्‍यभ्यास का उद्देश्य शांति स्थापना अभियानों में संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मुताबिक जंगल युद्ध, पर्वतीय इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियानों और मानवीय सहायता तथा आपदा राहत में संचालन प्रक्रिया में तालमेल को बढ़ाना है।

यह सैन्‍यभ्यास ड्रोनों की तैनाती और ड्रोन-रोधी उपायों, चिकित्सा प्रशिक्षण, विमानन पहलुओं और पर्यावरण संरक्षण पर केंद्रित होगा। इन गतिविधियों के माध्यम से सैनिक परिचालन क्षमताओं को बढ़ाएंगे, युद्ध कौशल को निखारेंगे और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में समन्वय मजबूत करेंगे। यह सैन्‍यभ्यास दोनों देशों के सैनिकों को विचारों और अनुभवों के आदान-प्रदान के लिए एक मंच उपलब्‍ध करायेगा।

सूर्य किरण सैन्‍यभ्यास भारत और नेपाल के बीच मैत्री, विश्वास और सांस्कृतिक संबंधों की मजबूती का प्रतीक है। अभ्यास का उद्देश्य साझे सुरक्षा लक्ष्‍यों को प्राप्त करना और दो मित्रवत पड़ोसियों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना है।

ये भी पढ़ें - कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा- मेरी पार्टी और जनता करेगी मेरी चिंता