हल्द्वानी: मुंह दबाया और फिर गला घोंट कर पार्थ को मार डाला

हल्द्वानी: मुंह दबाया और फिर गला घोंट कर पार्थ को मार डाला

हल्द्वानी, अमृत विचार। कार में मिली जिस एलएलबी छात्र की मौत को पुलिस सहजता से ले रही थी, उसी मामले ने अब पुलिस के कान खड़े कर दिए थे। छात्र की लाश उसी की कार में पड़ी मिली थी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने यह साफ कर दिया है कि छात्र की हत्या की गई थी। लाश तक सबसे पहले पहुंचने वाली छात्र की एक महिला मित्र थी। रिपोर्ट आने के बाद हरकत में आई पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। 

बच्चीनगर कठघरिया मुखानी निवासी पार्थ सिंह सामंत (23) पुत्र राजेंद्र सिंह सामंत मूलरूप से पिथौरागढ़ का रहने वाला था और नैनीताल से एलएलबी चतुर्थ सेमेस्टर का छात्र था। पार्थ की मां गीता के मुताबिक बीती 31 अक्टूबर की रात खाना खाने के बाद 10 बजे पार्थ यह कहकर घर से निकला था कि वह दोस्त से मिलने जा रहा है, लेकिन फिर लौट कर घर नहीं आया।

रात घरवालों ने उसे फोन किया तो एक घंटे में आने की बात कहीं, लेकिन फिर उसका फोन नहीं उठा। पार्थ की एक महिला मित्र मुखानी चौराहे के पास रहती है। इस महिला मित्र ने घटना के दिन पुलिस को बताया था कि वह 1 नवंबर की सुबह पार्थ को फोन कर रही थी, लेकिन फोन स्विच ऑफ था।

उसने पार्थ के दोस्तों को फोन किया, लेकिन उसकी खबर नहीं मिली। जिसके बाद वह खुद उसे तलाशने निकली तो आरके टेंट हाउस कालाढूंगी रोड पर एक पार्किंग में पार्थ की कार खड़ी पाई। पास गई तो पार्थ सीट पर बेसुध मरा पड़ा था। आनन-फानन में महिला मित्र ने घटना की सूचना पार्थ के परिजनों को दी। परिजन मौके पर पहुंचे तो पार्थ को लेकर सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और अब तक पुलिस इसे बहुत बड़ी बात नहीं मान रही थी, लेकिन 7 नवंबर को जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो पुलिस भी सन्न रह गई। बताया गया कि पार्थ को मुंह दबा कर मारा गया, लेकिन ये किसने किया अभी तक साफ नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने मामले में टीम गठित कर दी है और मुखानी पुलिस मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है। 

मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि हुई है। मामले में टीम गठित कर दी गई और घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। घटना से जुड़े सभी लोगों से पूछताछ भी शुरू कर दी गई है। जल्द ही घटना का अनावरण कर दिया जाएगा। 
- प्रह्लाद नारायण मीणा, एसएसपी नैनीताल


काला पड़ा था चेहरा और छाती की नसें नीली
हल्द्वानी : पुलिस ने रात से लापता पार्थ की मौत को हल्के में लिया। कार में मिली पार्थ की लाश फूल चुकी थी। उसकी कमर पर रगड़ का निशान था। जब परिवार वाले उसे लेकर सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय लेकर पहुंचे तो शव फूला हुआ था। पार्थ का चेहरा लगभग काला पड़ चुका था और छाती व गले की नसें नीली दिखाई दे रही थीं। चूंकि शव गला दबाने या जहर खाने जैसे लक्षण नहीं दिखे तो पुलिस ने भी इसे बीमार से मौत या सुसाइड का मामला मान लिया। 


मुंह क्यों छिपा रही थी पार्थ की करीब मित्र
हल्द्वानी : कार में लाश की सूचना पर पुलिस जहां-तहां तलाश रही थी और तलाश करती पुलिस जब सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय पहुंची वहां परिवार के साथ पार्थ की बेहद करीबी महिला मित्र भी थी जिसकी उम्र महज 21 साल है। सभी के चेहरे खुले थे, लेकिन इस महिला मित्र ने चेहरे पर मास्क लगा रखा था। वो पुलिस को पूरी घटना तफसील से बता रही थी। पुलिस ने जब चेहरे से मास्क हटाने को कहा, तब उसने मास्क हटाया। सवाल है कि वो चेहरा क्यों छिपा रही थी। 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई थ्रॉटलिंग की पुष्टि
हल्द्वानी : पार्थ के शव का एक नवंबर को पोस्टमार्टम किया गया और उस रोज मौत की लेकर कुछ स्पष्ट बात सामने नहीं आई। जिसके बाद बिसरा सुरक्षित रख लिया गया और पुलिस मौत का कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम का इंतजार करने लगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आई तो पता लगा कि पार्थ के मौत की वजह थ्रॉटलिंग है। यानि मुंह दबाना या फिर गला घोंट देना जिससे शरीर में खून का प्रवाह रुक गया और पार्थ की मौत हो गई। इसी वजह से पार्थ के गले और छाती की नसें नीली पड़ी थीं। 

पार्थ के दोस्त पर घूम रही है शक की सुई
हल्द्वानी : जिस स्थान पर पार्थ का शव और कार मिली वहीं पास में पार्थ के एक दोस्त का घर है। ये दोस्त पार्थ का करीबी दोस्त बताया जा रहा है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पार्थ को कार में ही गला और मुंह दबाकर मारा गया या फिर हत्या कहीं और की गई और फिर लाश को कार में लाकर रखा गया। ताकि कातिल अपनी पहचान छिपा सके। बहरहाल, पुलिस करीब दोस्त, करीबी महिला मित्र के साथ पार्थ के मोबाइल की कॉल डिटेल में निकलवा रही है।