उप्र: एक हजार रोडवेज बसों में लगे वीटीएस चालकों ने उखाड़ फेंके
लखनऊ, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के रोडवेज चालकों का एक बड़ा कारनामा सामने आया है। रोडवेज चालकों की मनमानी इस कदर रोडवेज में इस कदर हावी रही कि वह लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों को रोडवेज बसों से पहुंचने के दौरान खूब खेल किया। जांच में सामने आया कि लखनऊ समेत प्रदेश …
लखनऊ, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के रोडवेज चालकों का एक बड़ा कारनामा सामने आया है। रोडवेज चालकों की मनमानी इस कदर रोडवेज में इस कदर हावी रही कि वह लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों को रोडवेज बसों से पहुंचने के दौरान खूब खेल किया। जांच में सामने आया कि लखनऊ समेत प्रदेश भर के करीब एक हजार बसों में लगे वीटीएस को चालकों ने उखाड़ फेंका। मामला उजागर होने के बाद क्षेत्रीय प्रबंधक ने एक पत्र टाईमैक्स को भेजकर बसों से गायब वीटीएस के बारे में ब्यौरा मांगा है।
क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव बोस ने बताया कि काफी संख्या में बसों के लगे वीटीएस गायब मिले हैं। इस वजह से लॉकडाउन के दौरान बसें कितने किलोमीटर चलकर डीजल खर्च किया है, इसकी सही जानकारी नहीं मिल रही थी। जांच में सामने आया कि ये हरकत बसों के चालकों ने किया है। इस मामले में संबंधित बस डिपो के फोरमैन से भी जवाब मांगा गया है। यह मामला उजागर होने पर राज्य सड़क परिवहन निगम प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है। ऐसे चालकों की जांच कर कठोर कार्रवाही की जायेगी।
जानकारों का कहना है डीजल चोरी प्रकरण जांच में वीटीएस गायब होने का मामला सामने आया है। चालकों की मनमानी लेकर नये एमडी धीरज साहू ने बैठकर कर सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों को कड़े निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की मनमानी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जायेगी। ऐसे चालकों को रोडवेज से बाहर का रास्त ही दिखाया जायेगा। जिससे कि भविष्य में इस तरह की मामला पुनरावृत्ति नहीं हो। उधर सभी आरएम ने अपने-अपने क्षेत्रो में इसकी जांच तेज कर दी है। जल्द ही मुख्यालय को इसकी रिर्पोट भेजेंगे।
क्या होता है वीटीएस
वीटीएस यानी व्हकिल ट्रैकिंग सिस्टम। बसों में लगे वीटीएस से बसों की लोकेशन पता करने में आसानी होती है। बस कितने किलोमीटर चली और किस रफ्तार से चली इसकी जानकारी वीटीएस के जरिए पता करना आसान होगा। यही नहीं वीटीएस से बसों के आवागमन की भी जानकारी मिलती है।