पांच दिन की वाशिंगटन यात्रा पर विदेश मंत्री एस जयशंकर, एंटनी ब्लिंकन से वैश्विक विकास पर की चर्चा
वाशिंगटन। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन से यहां मुलाकात की और इस दौरान दोनों देशों ने रक्षा, अंतरिक्ष और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग जारी रखने पर जोर दिया। खालिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच जारी कूटनीतिक तनातनी के मध्य जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री से यहां मुलाकात की और दोनों ने वैश्विक विकास पर भी चर्चा की। जयशंकर पांच दिन की वाशिंगटन यात्रा पर हैं।
Great to meet my friend US Secretary of State @SecBlinken at State Department today.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 28, 2023
A wide ranging discussion, following up on PM @narendramodi’s June visit. Also exchanged notes on global developments.
Laid the groundwork of our 2+2 meeting very soon. pic.twitter.com/mOw9SIX1dO
हाल में भारत में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली उच्च स्तरीय बातचीत है। विदेश मंत्री ने शुक्रवार को ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अमेरिका के विदेश मंत्री ब्लिंकन से विदेश मंत्रालय में मुलाकात करके अच्छा लगा। कई मुद्दों पर चर्चा हुई, प्रधानमंत्री की जून में हुई यात्रा पर बनी सहमतियों पर चर्चा की, वैश्विक विकास पर भी विचार-विमर्श हुआ। जल्द ही होने वाली ‘टू प्लस टू’ बैठक के संबंध में रूपरेखा तैयार की।’’ ब्लिंकन ने बैठक के बाद ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा,‘‘ इस माह की शुरुआत में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की मेजबानी के लिए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर आपका आभार। हमने जी20 की भारत की सफल अध्यक्षता, भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे के निर्माण तथा भारत-अमेरिका की नयी दिल्ली में होने वाली ‘टू प्लस टू’ बैठक पर चर्चा की।’’
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि दोनों शीर्ष राजनयिकों ने ‘‘कई मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें भारत की जी20 की अध्यक्षता के दौरान सामने आए मुख्य नतीजे, भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे का निर्माण और इसकी पारदर्शी, टिकाऊ एवं उच्च-मानक बुनियादी ढांचा निवेश उत्पन्न करने की क्षमता से जुड़ी बातचीत शामिल है। दोनों पक्ष खालिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच जारी राजनयिक संकट से प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष असर पर चुप्पी साधे रहे। बैठक के बाद मिलर ने एक बयान में कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने आगामी ‘टू प्लस टू’ वार्ता से पहले विशेष रूप से रक्षा, अंतरिक्ष और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्रों में सतत सहयोग के महत्व पर जोर दिया।’’
जयशंकर ने बृहस्पतिवार को कहा था कि भारत ‘टू प्लस टू’ वार्ता के पांचवें संस्करण की मेजबानी करेगा। हालांकि, उन्होंने इन बैठकों की तारीख के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। अनुमान है कि नवंबर की शुरुआत में ये बैठकें आयोजित की जाएंगी। वार्ता में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन करेंगे। वहीं भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। ब्लिंकन के साथ बैठक में हिस्सा लेने के लिए जयशंकर विदेश मंत्रालय के फॉगी बॉटम मुख्यालय पहुंचे।
उन्होंने ब्लिंकन से कहा, ‘‘मैं ‘टू प्लस टू’ के लिए दिल्ली में आपकी मौजूदगी को लेकर उत्सुक हूं।’’ जयशंकर ने ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में लिखा, ‘‘यूएसआईएसपीएफ फोरम की ओर से आयोजित चर्चा में भारत और अमेरिका के बीच अहम एवं उभरती तकनीक पर सहयोग तथा लचीली आपूर्ति शृंखला बनाने पर चर्चा हुई।’’ अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारत-कनाडा विवाद पर पूछे गए एक प्रश्न का उत्तर देने से इनकार कर दिया। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर ब्रिटिश कोलंबिया में सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया है, वहीं भारत ने आरोपों को ‘‘निराधार’’ बताते हुए कहा है कि कनाडा आतंकवादियों के लिए पनाहगाह बन गया है।
ब्लिंकन ने फॉगी बॉटम मुख्यालय में जयशंकर का स्वागत करते हुए कहा, ‘‘वाशिंगटन में विदेश मंत्रालय में मेरे दोस्त तथा सहयोगी विदेश मंत्री जयशंकर का स्वागत करते हुए मुझे प्रसन्नता महसूस हो रही है। पिछले सप्ताहों में-जी20 में, न्यूयॉर्क में महासभा में हमने अच्छी चर्चाएं की है। इस दोपहर भी हम बातचीत करने वाले हैं।’’ बृस्पतिवार को दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई, इससे पहले विदेश मंत्रालय के ‘ट्रिटी रूम’ में दोनों नेता मुस्कुराते हुए मीडिया के सामने आए। जयशंकर ने अपने संक्षिप्त बयान में कहा,‘‘ यहां फिर आना सुखद है, गर्मी में प्रधानमंत्री यहां थे। हम जी20 शिखर सम्मेलन में हर प्रकार के सहयोग के लिए अमेरिका का आभार व्यक्त करते हैं।’’
इसके कुछ ही देर बाद दोनों नेता द्विपक्षीय बैठक के लिए रवाना हो गए। जयशंकर संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र को मंगलवार को संबोधित करने के बाद बुधवार को न्यूयॉर्क से यहां पहुंचे थे । उन्होंने बृहस्पतिवार को बाइडन प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ कई बैठकें की थीं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवन से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति पर तथा इसे आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
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