मुरादाबाद : महिला ने रची थी बेटे के अपहरण की कहानी, तीन साल बाद स्योहारा से युवक बरामद...हरियाणा में कर रहा था मजदूरी 

मुरादाबाद : महिला ने रची थी बेटे के अपहरण की कहानी, तीन साल बाद स्योहारा से युवक बरामद...हरियाणा में कर रहा था मजदूरी 

अपहरण के झूठे मामले में तीन साल बाद पुलिस की गिरफ्त में आया नितिन कुमार।

मुरादाबाद, अमृत विचार। विरोधियों के फंसाने के लिए महिला ने ही बेटे के अपहरण का ड्रामा रचा था। तीन साल बाद स्योहारा से बरामद युवक ने डिलारी थाना पुलिस के सामने पूरी कहानी सार्वजनिक कर दी। बदले की भावना में महिला ने बेटे के अपहरण का आरोप लगाते हुए गांव के ही दो लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 

पुलिस पूछताछ में नितिन कुमार ने बताया है कि वह मां कल्लो के कहने पर गायब हुआ था। फिर उसकी मां ने विपक्षियों के विरुद्ध डिलारी थाने में दो दिसंबर 2021 को तहरीर देकर उसके अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सीओ ठाकुरद्वारा राजेश कुमार तिवारी लगातार कार्रवाई की समीक्षा कर रहे थे। नितिन कुमार पुत्र चरन सिंह हुजरा मिलक का रहने वाला है। थानाध्यक्ष हिमांशु चौहान ने बताया कि नितिन ने पूछताछ में बताया कि गांव के ही राम औतार सिंह से उसकी मुकदमेबाजी चल रही है। राम औतार की पत्नी ने वर्ष 2019 में उसके माता-पिता एवं भाई-भाभी व उसके (नितिन) विरुद्ध छेड़छाड़ की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

इसी मामले में दबाव बनाने के लिए उसकी मां ने उससे कहा कि तू कहीं गायब हो जा और हम इन लोगों पर तुम्हारे अपहरण की रिपोर्ट लिखा देंगे। नितिन ने पुलिस को बताया कि वह मां की बातों में आकर उसी दिन करनपुर चौराहा से ई-रिक्शा कर कांठ गया, वहां से बस में बैठकर हरिद्वार निकल गया। वह हरिद्वार में पहले भी काम कर चुका था। एक महीने हरिद्वार में रुकने के बाद वह रिवाड़ी (हरियाणा) चला गया था। रिवाड़ी में वह केबल ऑपरेटर के पास काम करने लगा था। इधर, कुछ दिन पहले वह बिजनौर के स्योहारा आया था, जहां से उसे पुलिस ने उसे धर दबोचा। 

नितिन की मां ने पुलिस पर भी लगाए थे आरोप
नितिन की मां कल्लो देवी ने राजकुमार पुत्र रमेश और मोनू पुत्र वीर सिंह को नामजद किया था। कल्लो की तहरीर पर दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि उसका बेटा नितिन कुमार (18) दो दिसंबर 2021 को दोपहर करीब दो बजे के दौरान कुछ काम बताकर गांव के ही राजकुमार व मोनू के घर गया था। इसके बाद नितिन गायब हो गया। इस बीच कल्लो देवी ने सात दिसंबर 2021 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के सामने पेश होकर थाना पुलिस पर कई तरह के आरोप लगाए थे।

यह थी पूरी कहानी
डिलारी थानाध्यक्ष हिमांशु चौहान ने बताया कि कल्लों का राम औतार से विवाद था। नितिन के अपहरण में नामजद राजकुमार व मोनू राम औतार के समर्थक थे। चूंकि, राम औतार पहले से ही कल्लो के परिवार पर छेड़छाड़ का मामला दर्ज करा चुका था। इसलिए बेटे के अपहरण में राज कुमार व मोनू को नामजद किया था। थानाध्यक्ष ने बताया कि जिस दिन कल्लो ने बेटे के अपहरण का ड्रामा रचा, उस दिन राजकुमार, माेनू और उसका बेटा नितिन व बिजेंद्र साथ में थे।

गलत सूचना देने में कल्लो को हो सकती है जेल
डिलारी थानाध्यक्ष हिमांशु चौहान ने बताया कि अब वह नितिन कुमार के फर्जी अपहरणकांड में न्यायालय में फाइनल रिपोर्ट दाखिल करेंगे। इसी के साथ ही गलत सूचना देने के आरोप में वादी कल्लो देवी व अन्य के विरुद्ध न्यायालय में आईपीसी की धारा-182 की रिपोर्ट भी पेश करेंगे। इस मामले में निितन की मां कल्लो देवी को जेल हो सकती है। 

भोजपुर के खालिक ने भी पुलिस संग रची थी साजिश
मुरादाबाद। डिलारी के नितिन कुमार की तरह भोजपुर थाना क्षेत्र के बहेड़ी ब्रह्मनान गांव के अब्दुल खालिक ने भी अपने बेटे गुलाम नबी के अपहरण कर हत्या किए जाने की फर्जी कहानी गढ़ी थी। अब्दुल खालिक द्वारा लगाए गए आरोपों को झुठलाना और गुलाम नबी को खोजना भोजपुर पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। पुलिस ने सक्रियता दिखाकर करीब डेढ़ महीने बाद गुलाम नबी को खोजने सफलता मिली। फिर गुलाम नबी ने पुलिस के सामने अपने पिता की मनगढ़ंत कहानी सार्वजनिक कर दी थी। इसमें पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

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