हिमाचल प्रदेश: राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या पांच पर 10 दिन बाद यातायात बहाल
रामपुर (शिमला)। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या पांच पर 10 दिनों के बाद वाहनों की आवाजाही रविवार को बहाल हो गई जिसपर किन्नौर जिले के निगुलसारी में भारी भूस्खलन के बाद यातायात अवरुद्ध हो गया था। अधिकारियों ने बताया कि राजमार्ग को सुबह पैदल यात्रियों के लिए खोल दिया गया था और बाद में इसपर एक तरफ का यातायात बहाल कर दिया गया।
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किन्नौर का शिमला से संपर्क कट जाने के बाद सेब और मटर से लदे ट्रकों समेत बड़ी संख्या में वाहन फंस गए थे। लोगों को संपर्क मार्ग तक पहुंचने के लिए पुराने हिंदुस्तान-तिब्बत मार्ग के शीर्ष पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा जहां से उन्हें मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए पांच किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती थी।
राजस्व एवं बागवानी मंत्री और किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने बताया था कि सेब ले जाने वाले कुछ ट्रकों को काजा-कुंजुम सड़क की तरफ मोड़ा गया था। उन्होंने कहा कि सेब तथा मटर को मंडियों तक पहुंचाने के लिए चौरा-रूपी संपर्क मार्ग पर निगुलसारी के क्रम्पा से धूमती तक एक रोपवे स्थापित किया गया था।
किन्नौर के निचले इलाकों से सेब की ढुलाई अगस्त में शुरू होती है और ऊंचाई वाले इलाकों से सेब की ढुलाई नवंबर के अंत तक होती है। इस साल मौसम की मार के कारण सेब के उत्पादन में गिरावट आई है। उप निदेशक बागवानी (किन्नौर) अजय कुमार धीमान ने बताया कि वर्ष 2023 में लगभग 30 लाख पेटी सेब की उम्मीद है, जबकि पिछले साल (लगभग 40-42 लाख पेटी) से कम है।
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