उज्जैन : जिले में बाढ़ की स्थिति, राहत और बचाव कार्य जारी

उज्जैन : जिले में बाढ़ की स्थिति, राहत और बचाव कार्य जारी

उज्जैन। मध्यप्रदेश के मालवा अंचल के उज्जैन जिले सहित आसपास के क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति बनी हुयी है और जगह-जगह बारिश का पानी भरा हुआ है। हालांकि स्थिति नियंत्रण में है और जिला प्रशासन द्वारा बाढ में फंसे लोगों को निकालने का कार्य जारी है।

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आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिले के बडनगर के ग्राम सेमलिया में चारो ओर पानी घिरे व्यक्तियों का रेस्क्यू कुशलता पूर्वक एयरलिफ्ट कर किया गया। कलेक्टर द्वारा बाढ़ में घिरे हुए व्यक्तियों का जीवन बचाने के लिए विशेष अनुरोध कर हेलिकॉप्टर मंगवाया गया। वर्षा का दौर जारी रहने के कारण स्कूलों में कल अवकाश घोषित कर दिया गया है। उज्जैन जिले में पिछले 24 घंटों में औसत 78.4 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।

जिले में 1 जून से आज तक की कुल वर्षा 908.8 मिमी है। जिले के कई ग्रामो में बाढ की स्थिति है। कुछ ग्रामों की रपट/पुलिया पर पानी होने की स्थिति में बेरिकेड्स लगाए जाकर रास्ते को बंद किया गया है। भारी वर्षा के मद्देनजर कलेक्टर द्वारा कल जिले के सभी शासकीय और अशासकीय स्कूलों में कक्षा 1 से 12 वी तक के छात्र- छात्राओं के लिए अवकाश घोषित कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि उज्जैन नगर में क्षिप्रा नदी का जल स्तर बढा हुआ है किन्तु स्थिति नियंत्रित है। उज्जैन इंदौर फोनलेन के समीप त्रिवेणी स्थित स्वामीनारायण मंदिर से 25 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। महाकालेश्वर मंदिर के अन्य क्षेत्रों में बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन के पैकेट तैयार किया जा रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार 16 एवं 17 सितंबर में नागदा में 150, तहसील खाचरौद में 07, तहसील कोठीमहल में 110, तहसील महिदपुर में 124, तहसील झारडा में 03, तहसील बड़नगर मे 150 लोगों को वर्षा के पानी के भराव के कारण रेस्क्यू कर अन्य सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है। जिला प्रशासन उज्जैन द्वारा शिविरों में भोजन पैकेट्स की व्यवस्था ऐतिहातन भी करवायी जा रही है।

कलेक्टर कुमार पुरषोत्तम द्वारा निरन्तर स्थिति पर नजर रखी जा रही है तथा उनके मार्गदर्शन में राजस्व अधिकारी, पुलिस एवं होमगार्ड्स, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम/नगरपालिका की टीम लगातार मुस्तैदी से अपने कर्तव्य स्थल पर तैनात रहकर कार्य कर रही है। जिले की वर्तमान स्थिति नियंत्रण में है। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह एवं महापौर मुकेश टटवाल द्वारा आज उज्जैन के बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।

उन्होंने राहत शिविरों में भोजन वितरण की जानकारी ली एवं रेस्क्यू की टीम लगाई जाकर अन्य क्षेत्र के लोगों को शिफ्ट करने के लिए चर्चा की। निरीक्षण के दौरान वार्ड क्रमांक 35 अंतर्गत शांति नगर एकता नगर जल भराव क्षेत्र का निरीक्षण किया गया। नागदा में कुल 10 शिविर बनाए हैं। पांच शिविरों में लगभग 150 -200 लोगो को रूकवाया गया है। पांच स्थाई शिविर अभी खाली हैं।

सभी के भोजन की व्यवस्था नगर पालिका के माध्यम से की जा रही प्राप्त सूचना अनुसार उन्हेल क्षेत्र के चंबल पाटलिया, चावड, राजोटा, पिपलोदा सगोती माता, आरोलिया जस्सा गांव टापू में तब्दील हो गए ही है। रेस्क्यू कार्य के लिये टीम रवाना हो गयी है। जिले के नागदा के कान्हा गार्डन से चार परिवार को को सुरक्षित निकाला गया।

वहीं ग्राम सगोती माता में राहत व बचाव कार्य प्रशासनिक टीम द्वारा किया जा रहा है। जिले के बड़नगर के सरसाना के मंदिर में फंसा एक व्यक्ति को भी सुरक्षित निकाला गया। उज्जैन के समीप कागदी करदिया गांव में शिप्रा नदी 5 फीट ऊपर बह रही है।

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