लखीमपुर-खीरी: जहर खाकर डीएम के सामने पहुंचा फरियादी, उत्तराधिकार प्रमाण पत्र न बनने से अटकी थी मां की पेंशन
DEMO IMAGE
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। बेसिक शिक्षा विभाग के सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक की मृत्यु के बाद पारिवारिक पेंशन बनवाने के लिए उत्तराधिकार प्रमाण पत्र न बनने से परेशान पुत्र बुधवार को जहर खाकर डीएम महेंद्र बहादुर सिंह के दफ्तर पहुंच गया। जहां उसकी हालत बिगड़ने पर आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यह भी पढ़ें- लखीमपुर-खीरी: घर के दरवाजे से युवकों ने तमंचे के बल पर किशोरी का किया अपहरण
मोहल्ला शिवकालोनी निवासी सियाराम पांडेय एक परिषदीय विद्यालय में प्रधानाध्यापक थे, जो वर्ष 2009 में सेवानिवृत्त हुए। उन्हें पेंशन मिल रही थी, लेकिन 13 जून 2023 को उनकी मृत्यु हो गई। इसके बाद मृतक सियाराम के पुत्र सत्यप्रकाश पांडेय अपनी मां विद्यावती की पारिवारिक पेंशन बनवाने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहे थे। संबंधित अधिकारियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों को भी प्रार्थना पत्र दिया।
पिछले छह महीने में दिए गए प्रार्थना पत्रों में उन्होंने उत्तराधिकार बनवाने की मांग की थी। डीएम से लेकर बेसिक शिक्षा के अधिकारियों को भी उन्होंने कई बार प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे आहत होकर बुधवार को सत्य प्रकाश जहर खाकर डीएम कार्यालय में प्रार्थना पत्र देने के लिए पहुंचे, जहां उनकी हालत बिगड़ गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आनन-फानन में अधिकारियों ने निजी वाहन से सत्य प्रकाश को जिला अस्पताल भेजवाया। करीब दो घंटे बाद सत्य प्रकाश को जब होश आया, तो उसने पेंशन के लिए उत्तराधिकार प्रमाण पत्र न बनने की दिक्कत बताई।
उत्तराधिकार न बन पाने की वजह से पेंशन की प्रक्रिया में देरी होने की वजह से पेंशन शुरू नहीं हो पा रही थी। इससे पहले उसने कई बार प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन कोई सुनवाई न होने के बाद यह कदम उठाया है। डाक्टर के मुताबिक अब सत्य प्रकाश की हालत बेहतर है। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि फरियादी ने उनके दफ्तर में जहर नहीं खाया। एक व्यक्ति अपने पुत्र के साथ प्रार्थना पत्र लेकर आया था और वह कुर्सी पर बैठा हुआ था।
फरियादी बता रहा था कि पारिवारिक परेशानी है। बहन एनओसी के लिए हस्ताक्षर नहीं कर रही है। तभी उस व्यक्ति के पुत्र ने बताया कि उसके पिता ने कुछ खाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए दो वाहनों से उसे व्यक्ति को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है।
यह भी पढ़ें- लखीमपुर-खीरी: 3293 लाभार्थियों को 19 सितंबर तक मिलेगी आवास की प्रथम किस्त