सावन: बरेली शहर के लोगों पर चढ़ा भक्ति का नशा... देहात वालों ने तोड़ा पीने का रिकॉर्ड

आबकारी विभाग के आंकड़े: शहर में 15 फीसदी से ज्यादा घटी अंग्रेजी शराब की खपत, देहात में देसी शराब की 10 फीसदी से ज्यादा सेल

सावन: बरेली शहर के लोगों पर चढ़ा भक्ति का नशा... देहात वालों ने तोड़ा पीने का रिकॉर्ड

अनुपम सिंह, बरेली, अमृत विचार : दुगने लंबे खिंचे सावन के दौरान इस बार शराब की खपत के आंकड़े अजीबोगरीब सवाल खड़े कर रहे हैं। आबकारी विभाग का रिकॉर्ड बता रहा है कि सावन भर शहर के लोग भक्ति के नशे में झूमते रहे तो देहात के लोगों ने शराब पीने का रिकॉर्ड तोड़ डाला। जुलाई और अगस्त के आंकड़ों के मुताबिक शहर में इस बीच शराब की खपत 15 फीसदी से भी ज्यादा घट गई तो देहात में दस फीसदी से ज्यादा बढ़ गई।

आबकारी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक सावन का सबसे ज्यादा असर शहर में अंग्रेजी शराब की बिक्री पर पड़ा। पिछले साल जुलाई में 16.25 करोड़ की अंग्रेजी शराब की खपत हुई थी, इस साल सावन के दौरान जुलाई में यह घटकर 13.7 करोड़ की ही रह गई।

इसी तरह अगस्त 2022 में 16.19 करोड़ की अंग्रेजी शराब बिक गई थी लेकिन इस साल अगस्त में 13.91 करोड़ की ही रह गई। सावन में बीयर की खपत पर भी असर पड़ा लेकिन ज्यादा नहीं। पिछले साल जुलाई में 7.72 करोड़ की बीयर बिकी थी और इस बार 7.26 करोड़ की। पिछले साल अगस्त में 7.34 करोड़ की बीयर बिकी थी, इस साल अगस्त में यह आंकड़ा 7.31 करोड़ का रहा।

बाकी महीनों की सेल में करोड़ों का अंतर: आबकारी विभाग के मुताबिक सावन की तुलना में दूसरे महीनों में शराब की सेल में करोड़ों का अंतर है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में जून में 18.05 करोड़ की अंग्रेजी, 8.68 करोड़ की बीयर, मई में 22.90 करोड़ की अंग्रेजी, 10.61 करोड़ की बीयर, अप्रैल में 16.83 करोड़ की अंग्रेजी, 10.62 करोड़ की बीयर बिकी है। औसतन हर महीने 18 से 20 करोड़ की अंग्रेजी शराब बिक जाती है।

देहात में कांवड़ यात्राओं का तांता लगा हुआ था, फिर कौन पी गया इतनी देसी शराब: सावन भर एक तरफ देहात में कांवड़ यात्राओं का तांता लगा हुआ था, दूसरी तरफ बाकी लोगों पर देसी शराब कुछ ज्यादा ही सिर चढ़कर बोलती रही। पिछले साल अगस्त में देसी शराब की सेल से 30.68 करोड़ का राजस्व आया था लेकिन इस बार सावन के दौरान अगस्त में यह करीब चार करोड़ बढ़कर 34.42 करोड़ पर पहुंच गया। इसी तरह पिछले साल जुलाई में देसी शराब की सेल 30.78 करोड़ की हुई थी जो इस बार 34.90 करोड़ पर पहुंच गई।

शौकीनों! आबकारी विभाग चाहता है अब सारी कसर पूरी कर दो: शराब की खपत कम होने से राजस्व में आई कमी ने आबकारी विभाग को चिंतित कर दिया है। लक्ष्य पूरा करने के लिए विभाग के अफसर कोशिश कर रहे हैं कि शराब की सेल बढ़ाई जाए। जिला आबकारी अधिकारी विजय प्रताप सिंह के मुताबिक सावन में शराब की सेल कम रही।

अंग्रेजी पीने वालों की संख्या ज्यादा घटी, इससे राजस्व की आय भी गड़बड़ाई है। दो महीने का सावन होने से सेल पर ज्यादा असर पड़ा है। अब लक्ष्य के अनुसार सेल बढ़ाकर भरपाई करने की कोशिश की जाएगी।

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