लखीमपुर-खीरी: बोरवेल गड्ढे में उतरे पांच लोगों की हालत बिगड़ी, दो की मौत
लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। मैगलगंज कोतवाली क्षेत्र के खूंटी खुर्द गांव के बाहर खेत में लगे मोटर की मरम्मत करने के लिए 15 फिट गहरे बोरवेल के गहरे गड्ढे में उतरे पांच ग्रामीणों की हालत बिगड़ गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से सभी को बाहर निकाला और सीएचसी लेकर पहुंची। जहां कुछ देर चले इलाज के बाद दो लोगों की मौत हो गई। हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने दो लोगों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया है।
औरंगाबाद चौकी क्षेत्र के खूंटी खुर्द गांव के बाहर गांव के ही केशन रैदास का खेत है, जिसमें लगे मोटर में ग्रीस भरने के लिए गांव का ही प्रवीण रैदास (28) पुत्र श्री कृष्ण करीब 15 फिट गहरे बोरवेल के गड्ढे में उतरा था। कुछ देर बाद वह बेहोश हो गया, जिसे निकालने के पहले रजनीश घुसा। वह भी फंस गया और बेहोश होने लगा।
इस पर शोर शराबा करते हुए मौके पर मौजूद पवन रैदास (24), अर्पित रैदास (20) और भानू प्रताप राठौर (22) भी दोनों को बचाने के लिए बोरवेल में उतरेए, लेकिन फिर वापस नहीं लौटे। शोर होने पर आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए। सभी को गढ्डे में देख अफरा-तफरी मच गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण भी पहुंच गए।
ग्राम प्रधान विकास अवस्थी ने पुलिस घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर इंस्पेक्टर विवेक उपाध्याय, चौकी इंचार्ज औरंगाबाद भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों की मदद से सभी को वोरबेल से बाहर निकाला। पुलिस ने एंबुलेंस की सहायता से पांचों ग्रामीणों को बेहोशी की हालत में सीएचसी मितौली भेजा।
जहां प्रवीण (28) व रजनीश (26) की उपचार के दौरान मौत हो गई। वहीं पवन व अर्पित की हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। भानू प्रताप का इलाज सीएचसी पर जारी है। हादसे में हुईं दो मौतों के बाद गांव में कोहराम मच गया।
इंस्पेक्टर विवेक उपाध्याय के मुताबिक बोरवेल का गड्ढा लगभग 15 फिट गहरा है, जिसके अंदर गर्मी की उमस व ऑक्सीजन की कमी के चलते पांचों बेहोश हो गए होंगे। उन्होंने दम घुटने से दोनों युवकों की मौत होने की आशंका जताई है। दोनों शवों का रविवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।