हरदोई : बहनों से मिलने को भाई झेल रहे कई कष्ट, भीड़ के चलते डोर नहीं विंडो से बस में कर रहे एंट्री 

भाई से मिलने के लिए धूप में घंटों इंतजार कर रही है बहनें

हरदोई : बहनों से मिलने को भाई झेल रहे कई कष्ट, भीड़ के चलते डोर नहीं विंडो से बस में कर रहे एंट्री 

वीरेश शुक्ला/ हरदोई, अमृत विचार। रक्षाबंधन ऐसा त्यौहार है जिसमें भाई-बहन एक दूसरे से मिलने के लिए तमाम संकटों को झेलते दिखाई पड़ रहे हैं। जेल के बाहर अपने भाई के टीका करने के लिए बहनें जहां घंटे धूप में इंतजार कर रही हैं। वहीं रोडवेज बसों की खिड़कियों से घुसकर जैसे तैसे भाई अपनी बहनों से रक्षाबंधन करने के लिए पहुंच रहे हैं। तमाम संकटों के बाद भी बहन में भाई एक दूसरे से इस त्यौहार पर जुदा नहीं रहना चाहते हैं।
             
समय के अनुसार रीति रिवाज व संबंधों में चाहे जितना बदलाव क्यों न आ जाए लेकिन त्योहार पर यह रिश्ते अपना रंग जरूर दिखाते हैं। रिश्तो की मधुरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है , कि रक्षाबंधन के दिन जेल में निरुद्ध भाइयों को राखी बांधने के लिए एक-  दो नहीं बल्कि दर्जनों बहनों को भीषण धूप में जेल के बाहर घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। उसके बाद वह अपने भाई को इस पवित्र दिन पर रक्षा सूत्र बांध पा रही है। 

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वहीं भाइयों का प्यार भी बहनों के लिए प्यार कम नहीं है। इसका नजारा रोडवेज बस स्टॉप पर दिखाई पड़ा। जहां तमाम संकटों को झेलने के बाद भी भाई अपनी बहन से मिलने के लिए आतुर हैं। त्योहार पर बसों की कमी व सवारियों की अधिकता के कारण लोगों को बसों में जगह नहीं मिल पा रही है। अपनी बहन तक पहुंचाने के लिए लोग कुछ भी करने को लालायित हैं। इसलिए मुख्य द्वार से बस के अंदर प्रवेश न मिलने के कारण लोग खिड़कियों से घुसकर बस के अंदर अपनी बहन से मिलने की इच्छा लिए प्रवेश कर रहे हैं। यह नजारा देखकर भाई बहन के अटूट प्रेम को बिसराया नहीं जा सकता। बदले समय में तमाम रिश्ते बदल रहे हैं। इसके बावजूद भाई बहनों का आपसी प्यार आज रक्षाबंधन के दिन जगह-जगह दिखाई पड़ रहा है।

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