बरेली: दुकानों के आगे कूड़ा डाल जाते हैं लोग, मना करने में करते हैं झगड़ा
कुतुबखाना पुल निर्माण : सूखे में कूड़ा और बारिश में कीचड़ बनी है परेशानी, दुकानदार बोले-सिर्फ अधिकारियों के कहने पर ही होती है सफाई

बरेली, अमृत विचार : कुतुबखाना पुल निर्माण व्यापारियों के लिए मुसीबत बना हुआ है। निर्माण सामग्री पड़े होने के साथ ही गंदगी की भी समस्या से व्यापारी परेशान हैं। पुल निर्माण की वजह से सफाईकर्मी नहीं आते हैं। लोग पिलर के लिए खोदे गए गड्ढों में कूड़ा डाल लेते हैं। इसकी वजह से दुर्गंध आती है। अधिकारियों के कहने पर ही सफाई होती है और उसके बाद फिर वही हालात हो जाते हैं।
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कुतुबखाना चौराहे से आगे बढ़ने पर पिलर बनाए गये हैं। पिलर के लिए गड्ढों को खोद दिया गया लेकिन उसमें मिट्टी नहीं भरी गई। अब आसपास के लोग घरों और गलियों की दुकानों का कूड़ा इसी गड्ढे में डाल रहे हैं। कूड़ा उठाया नहीं जा रहा है। आगे बढ़ने पर बर्तन की दुकान के सामने पॉलीथिन डाल दी गई है। उसे उठाने के लिए यदि एक दिन कोई नहीं आता तो दूसरे दिन वहीं पर कूड़ा पड़ने लगता है।
व्यापारियों का कहना है कि जिन दुकानों के पड़ोस में कोई गली है तो गली का कूड़ा भी दुकान के सामने ही लोग डाल जाते हैं। उन्हें मना करना पर लोग झगड़ा करते हैं। कूड़ा डालने वाले लोग यह भी नहीं सोचते कि वे दुकान के सामने गंदगी डाल रहे हैं तो इससे दुर्गंध उठेगी और बैठना भी मुश्किल होगा। मशीनरी और चश्मे की दुकान के आसपास के व्यापारियों का कहना है कि सफाई नहीं होने से कूड़े के बीच हम लोग रह रहे हैं।
हालत यह है कि बरसात होती है तो यहां हर तरफ कीचड़ हो जाता है और बरसात नहीं होने पर कूड़े से व्यापारियों को जूझना पड़ता है। पिछले दिनों नगर आयुक्त ने यहां का दौरा किया था तो उन्हें भी काफी गंदगी देखने को मिली थी। उन्होंने जाने के बाद आदेश किया तो अगले दिन सफाई कर्मी ने आकर कूड़ा उठा दिया लेकिन उसके बाद फिर पहले जैसा हो गया है।
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